अनूपपुर में बरसे शिवराज सिंह चौहान, बोले-क्या मप्र के बेटे को रोज दी जाएंगी गालियां?

Pooja Khodani
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अनूपपुर, डेस्क रिपोर्ट। आचार्य प्रमोद कृष्णन (Acharya Pramod Krishna) के विवादित बयान का मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ( Shivraj Singh Chauhan) ने पलटवार किया है। शिवराज ने कहा कि मंगलवार को दिल्ली से आए एक नेता  कहते हैं शिवराज कमीने हैं, एक कांग्रेस नेता कहते हैं कि मैं नंगा हूं। चौथी बार जो मुख्यमंत्री है उसे नालायक, कमीन, भूखा नंगा कहा जा रहा है, कमलनाथ तुम्हें धन का घमंड होगा लेकिन यह जनता घमंड सहन नहीं करेगी। इसे चूर-चूर कर देगी। क्या मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के बेटे को रोज गालियां दी जाएंगी ? क्या तुम्हें कमीना कहने का अधिकार है?

दरअसल, यह सब बातें आज बुधवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chauhan ने फुनगा, विधानसभा अनूपपुर, ज़िला अनूपपुर (Anuppur)में आयोजित जनसभा के दौरा कही। शिवराज ने कहा कि क्या राजनीति में मुद्दा यही है कि शिवराज कमीना है, नंगा भूखा है। क्या कांग्रेस का यही एजेंडा है। सवा साल में कांग्रेस ने मध्यप्रदेश को तबाह और बर्बाद कर दिया, वल्लभ भवन को दलालों का अड्डा बना दिया था।

कमलनाथ- दिग्विजय पर साधा निशाना

वही पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय को निशाने पर लेते हुए कहा कि कमलनाथ (Kamal Nath)- दिग्विजय(Digvijay Singh) ने महापाप किया, बड़े पदों की बोलियां लगती थी, विधायकों व मंत्रियों के लिए टाइम नहीं होता था, लेकिन कोई दलाल और बड़ा उद्योगपति आ जाता था तो द्वार खुल जाता था। आपने लोकतंत्र को अपमानित किया है। विकास का अभी तो ट्रेलर (Trailer है, पिक्चर (Picture अभी बाकि है। कमलनाथ की दृष्टि ही विकास की नहीं है उनकी दृष्टि धन कमाने की है, कहते रहते थे कि पैसा नहीं है, पैसा नहीं है।

कांग्रेस ने मेरे कितने नाम रख दिए

शिवाज ने कहा कि हमने मेडिकल कॉलेज (Medical College) खोले, कांग्रेस ने तो प्रदेश को तबाह कर दिया था। हम जनता के लिए काम करते हैं, हम कुर्सी पर बोझ नहीं है, और जिस काम से जनता की जिंदगी बदली है वही हमारी प्राथमिकता है।हम जनता को प्रणाम करते है तो कमलनाथ कहते हैं कि मैं घुटने टेकता हूं। गरीबों की सेवा के आनंद का कमलनाथ तुम कल्पना नहीं कर सकते। मेरे कितने नाम रख दिए, घुटने टेक, नारियल लेकर चलता है, अब कहते हैं नारियल का ट्रक लेकर चलता है। विकास करेंगे तो नारियल फोड़ेगे ही। फिर कहने लगे शिवराज नालायक है।

चिंता मत करना मेरे भांजे-भांजियों

शिवराज ने कहा कि हां हम नंगे भूखे हैं, हमने किसानों को जीरो परसेंट (Zero Percent) पर कर्जा देना शुरू किया था तुमने उसे बंद कर दिया। संबल योजना में तय किया कि मेधावी छात्रों की फीस उच्च संस्थानों में पढ़ाई की फीस मामा भरवाएगा। तुमने बंद कर दिया कमलनाथ । चिंता मत करना मेरे भांजे-भांजियों जब तक शिवराज जिंदा है तुम्हारी फीस में ही भरवाउंगा। हम कमीने हैं, इसलिए हम बेटियों का कन्यादान कराते थे, तुमने 51 हजार रुपए बोलकर एक ढेला नहीं दिया। हम कमीने हैं, हमने तय किया था कि एक्सीडेंट में पति की मौत हो जाने पर विधवा बहन को 4 लाख रुपए देते थे तुमने उसे बंद कर दिया।

तीन साल के अंदर हर घर में लगाएंगे नल

शिवराज यही नही रुके आगे बोले हम कमीने हैं क्योंकि हमने गरीब की अर्थी सम्मान के साथ उठ सके उसके लिए 5 हजार रुपए अंतिम संस्कार के लिए दिए, तुमने वो भी छीन लिए। हम कमीने हैं इसलिए हमने बुजुर्गों की तीर्थदर्शन कराया, लेकिन कमलनाथ ने वो योजना भी बंद कर दी। कमलनाथ जी तुमने को किसान सम्मान निधि (Kisan Samman Nidhi) के लिए केन्द्र सरकार को किसानों की सूची नहीं भेजी, हमने 77 लाख किसानों के नाम जोड़कर भेजे और किसानों को 4 हजार रुपए जोड़कर 10 हजार रुपए दे रहे। प्रधानमंत्री आवास योजना (Prime Minister’s Housing Scheme) के गरीब के मकान कमलनाथ ने नहीं बनने दिए, क्योंकि 40 फीसदी पैसा देना पड़ता था। मैं आपसे कहना चाहता हूं कि अगले तीन साल के अंदर कोई गरीब बिना पक्के मकान के नहीं रहेगा। हम तीन साल के अंदर हर घर में नल लगाएंगे।

नेता प्रतिपक्ष, अध्यक्ष, मुख्यमंत्री बने तो कमलनाथ

शिवराज ने कहा कि कांग्रेस को विकास से मतलब नहीं है वह तो सिर्फ गालियां देते हैं। नेता प्रतिपक्ष, अध्यक्ष, मुख्यमंत्री बने तो कमलनाथ। युवाओं का नेता बनें तो नकुलनाथ बाकि कांग्रेस हो गई अनाथ। राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की बात नहीं मानते कमलनाथ, राहुल को भी नासमझ सकते हैं, बहन इमरती को अपशब्द कहे लेकिन माफी नहीं मांगते। सरकार बनाने में सबसे ज्यादा योगदान किसी का है तो वह बिसाहूलाल सिंह (Bisahulal Singh) जैसे विधायकों का है, जिन्होंने अपने पद से त्याग पत्र दे दिया। रोजगार (Employment) देने का अभियान चलेगा, सरकारी भर्तियों पर प्रतिबंध हटा दिया है, अब जो भी उद्योग आएंगे उनमें 75 प्रतिशत मौका स्थानीय बच्चों को ही दिया जाएगा।कमल पर दिया गया आपका वोट प्रधानमंत्री जी (Narendra Modi) का हाथ मजबूत करेगा।


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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