अनूपपुर, वेद शर्मा। अनूपपुर (Anuppur) जिले की पुष्पराजगढ़ सहकारी समिति राजेंद्रग्राम मैनेजर रामयश शर्मा के साथ हुई मारपीट की घटना के बाद से जिले की सहकारी समितियों के कर्मचारियों में आक्रोश है। घटना में मामला दर्ज होने के बाद भी दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने से कर्मचारी अधिकारी गुस्से में हैं। सोमवार को अधिकारियों और कर्मचारियों ने लामबंद होकर संभाग आयुक्त शहडोल (Divisional Commissioner Shahdol) से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा और चेतावनी दी कि यदि 24 घंटे में दोषियों पर कार्रवाई नहीं की गई तो उग्र आंदोलन किया जायेगा।
दरअसल बीती 21 दिसंबर को कुछ लोगों ने अनूपपुर जिले की पुष्पराजगढ़ सहकारी समिति राजेंद्रग्राम (Cooperative Socisty Rajendragram) के कार्यालय में घुसकर मैनेजर रामयश शर्मा के साथ ना सिर्फ अभद्रता ी बल्कि उनकी कॉलर पकड़कर उन्हें नगर में घुमाया। मैनेजर श्री शर्मा उच्चन्यायालय (High Court) द्वारा दिए गए wp 16241/2020 आदेश के तहत कार्य कर रहे थे और स्थगन की सूचना कलेक्टर अनूपपुर, उपायुक्त सहकारिता अनूपपुर, पुलिस अधीक्षक अनूपपुर, एस डी एम पुष्पराजगढ़, थाना प्रभारी राजेन्द्रग्राम को दे दी थी। लेकिन उच्चन्यायालय के स्थगन आदेश की सूचना के बावजूद पुलिस प्रशासन लापरवाह बना रहा और दबंगों ने सरे आम गुंडई करते हुए कानून को अपने हाथ में लेकर एक शासकीय सेवक को नगर मे बेइज्जत कर घुमाया। गौरतलब है कि पुष्पराजगढ़ सहकारी समिति राजेंद्रग्राम के मैनेजर रामयस शर्मा के ऊपर वित्तीय अनिमितता का आरोप विभाग द्वारा लगाया गया था जिसमें उच्चन्यायालय द्वारा रामयश शर्मा को स्थगन दे दिया गया। और इसी स्थगन आदेश के बाद रामयश शर्मा कार्यालय में पहुंचे थे।
उधर सहकारी समिति में हुई मारपीट की घटना पर प्रशासन ने कठोर रवैया इख्तियार किया। राजेन्द्र ग्राम में मैनेजर रामयश शर्मा के साथ हुई घटना को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर अनूपपुर और एसडीएम पुष्पराजगढ़ ने शासकीय कार्य मे बाधा पहुँचाने और बलवा कानून अंतर्गत मामला दर्ज किया है। लेकिन मामला दर्ज हो जाने के बाद भी आरोपों खुले आम घूम रहे हैं जिससे सहकारी समितियों में काम करने वाले दूसरे अधिकारियों और कर्मचारियों में भय और गुस्सा है।
दोषियों पर कार्रवाई नहीं होने से आक्रोशित करीब दो सैकड़ा अधिकारी कर्मचारी सोमवार को संभाग आयुक्त शहडोल के कार्यालय गए और उन्हें ज्ञापन देकर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की। उन्होंने साथ में मौजूद मैनेजर रामयश शर्मा के साथ हुई जानकारी संभाग आयुक्त को दी और कहा कि ही असामाजिक तत्व शासकीय कार्यालयों में घुसकर अधिकारी कर्मचारियों के साथ मारपीट करेंगे तो हम लोग कैसे नौकरी कर पाएंगे। ज्ञापन लेने के बाद कमिश्नर ने आश्वासन दिया है. अधिकारी , कर्मचारियों ने चेतावनी दी कि यदि 24 घंटे में दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो उग्र आंदोलन किया जायेगा। इन अधिकारी कर्मचारियों ने आईजी पुलिस को भी इस घटना से सम्बंधित ज्ञापन सौंपा उन्होंने आईजी से कहा कि घटना की FIR होने का बाद भी पुलिस ने कुछ नहीं किया आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं। आईजी ने मामले में कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।