Ashoknagar News : मध्य प्रदेश के अशोकनगर में आज रविवार से करीला मेला शुरू हो गया है।यह मेला राई नृत्य के लिए हर बार आकर्षण का केंद्र रहता है, लेकिन इस बार मेले में अजीब वाक्या देखने को मिला है। मेले में जानकी मंदिर में नृत्य के लिए आई राई नृत्यांगनाओं का प्रशासन द्वारा एचआईवी टेस्ट करवाया गया है। इस टेस्ट को कराने के पीछे जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने तर्क दिया है कि जो महिलाएं यहां राई नृत्य करने आई है, उनका चरित्र संदेहास्पद हो सकता है।स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक 11 नृत्यांगनाओं का HIV टेस्ट कराया गया है।चुंकी करीला मेला एक धार्मिक आयोजन है। ऐसे में HIV टेस्ट कराना स्वास्थ्य विभाग पर सवाल खड़ा करता है।
सालों से लगता है यह मेला
दरअसल, जिले में करीला का राई मेला माता जानकी के नाम से सदियों से लगता रहा है। मान्यता है कि मां जानकी ने यही लव कुश को जन्म दिया था और लव कुश के जन्म पर अप्सराएं स्वर्ग से उतरकर नृत्य करने के लिए यहां आई थी। इसी लोकमत को परंपरा के तौर पर सदियों से यह निभाया जा रहा है। आज भी लोग मन्नते मांगते हैं, और पूरे होने पर राई नृत्य कराते हैं।
HIV टेस्ट से उठे सवाल
ऐसे में मां जानकी के मंदिर में राई नृत्य करने के लिए आने वाली नृत्यांगनाओं का एचआईवी_टेस्ट कराना स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन का बेहद गैर जिम्मेदाराना, लापरवाही पूर्ण एवं सनातनी लोगों की धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला है।वही महिलाओं के प्रति सम्मान रखने एवं बेटी को देवी की तरह पूजे जाने वाले मध्य प्रदेश में नृत्यांगनाओं के प्रति सरकारी अधिकारी कर्मचारियों की क्या सोच है, यह दर्शाता है, ऐसे में कई सवाल खड़े होते है कि आखिर इसकी क्या जरूरत पड़ी और यह करने के लिए उनके पास क्या आधार था।बड़ा सवाल ये है कि जिले में यह सब तब हुआ है,जब जिले के 2 सबसे बड़े पदों कलेक्टर एवं सीईओ जिला पंचायत खुद IAS महिलायें है।