Ashoknagar Father Daughter Death : मध्यप्रदेश के अशोकनगर में पिता की मौत से दुखी बेटी ने भी जान दे दी, पिता की हार्ट अटैक से मौत की खबर सुनते ही 11 साल की बेटी दौड़कर कुएं के पास पहुंची और जब तक लोग उसे संभालते उसने कुएं में छलांग लगा दी। जब तक ग्रामीण उसे कुएं से निकालते, उसकी मौत हो गई, जिसके बाद पिता और बेटी की अर्थी एक साथ उठी।
एक साथ उठी पिता-पुत्री की अर्थी
घटना शुक्रवार सुबह अशोकनगर से 5 किलोमीटर दूर बरखेड़ा जागीर गांव की है। यहां रहने वाले रामबाबू धाकड़ (36) पिता हनुमान सिंह को सुबह अचानक सीने में दर्द उठा। रामबाबू सिंह की बिगड़ती हालत देख परिजन उन्हें निजी अस्पताल ले गए। लेकिन अस्पताल तक पहुंचते पहुंचते रास्ते में ही रामबाबू ने दम तोड़ दिया। उनकी मौत से परिजनों में रोना पीटना मच गया। वही पिता की मौत की खबर जैसे ही बेटी साधना को लगी तो वह सदमे में आ गई। वह दौड़ते-दौड़ते खेतों की ओर भागी। वहां कुएं में छलांग लगा दी। एक साथ उठी पिता और बेटी की अर्थी ने पूरे गांव को रुला दिया।
पिता से था बहुत लगाव
बताया जा रहा है कि रामबाबू धाकड़ खेती किसानी करते थे। शुक्रवार सुबह वह खेत गए थे। कुछ समय बाद वे खेत से घर लौटे। घर पर अचानक ही उन्हे सीने में तेज दर्द उठा। इससे पहले उन्हे कभी कोई तकलीफ नहीं हुई थी, परिजनों ने दर्द को मामूली तकलीफ समझा और घर पर ही उपचार करना शुरू कर दिया लेकिन जब रामबाबू की हालत बिगड़ने लगी तो फौरन उन्हे परिजन अस्पताल लेकर दौड़े, रामबाबू की 3 बेटी और एक बेटा है। सबसे छोटा बेटा है। बेटियां तीनों बड़ी थी। जिसमें से 11 साल की साधना तीसरे नंबर की थी और वह कक्षा सातवीं में पढ़ती थी। साधना का अपने पिता से बेहद लगाव था और वह पढ़ने में भी काफी होशियार थी। साधना अपने पिता की मौत का सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाई और खुद भी सुसाइड कर लिया।