अशोकनगर। हितेन्द्र बुधौलिया।
मध्यप्रदेश के अशोकनगर जिले में कांग्रेस विधायक का एक अधिकारी पर इस कदर गुस्सा फूटा कि उन्होंने सबके सामने उन्हें खरी-खोटी सुना दी।दरअसल, विधायक को लगातार शिकायत मिल रही थी कि अधिकारी ना तो लोगों का फोन उठाते है और ना ही दफ्तर में दिखाई देते है। जिसके चलते लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता था।
मामला अशोकनगर की जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय का है ,यहां आदिम जाति कल्याण विभाग के जिला संयोजक विवेक नागवंशी को लेकर लोग शिकायत करते रहते हैं कि वह दफ्तर में नहीं मिलते और ना ही किसी का फोन उठाते ,खुद अशोकनगर विधायक जजपाल सिंह जज्जी भी इस अधिकारी के रवैया से कई बार परेशान थे ।आज कलेक्ट्रेट पहुंचे विधायक अचानक आदिम जाति कल्याण विभाग के कार्यलय में जा धमके और उन्होंने सख्त लहजे में विवेक नागवंशी को ऑफिस में रहने एवं लोगों की फोन उठाने की हिदायत दी ।
उन्होंने कहा कि शासन की हितग्राही मूलक योजनाओ के क्रियान्वयन को लेकर लोग परेशान हैं, और विभाग द्वारा जबरन लेटलतीफी दी शिकायत उन्हें मिलती रहती है। जिसमें विधायक आदिम जाति कल्याण विभाग के दफ्तर में पहुंचे तब भी बहुत सारे लोगों ने समय पर काम पूरे न होने की शिकायत उनको की विधायक की डांट फटकार के बाद आदिम जाति कल्याण विभाग के जिला संयोजक में उन्हें आश्वस्त किया है कि आगे से इस तरह की समस्याएं देखने को नहीं मिलेगी।
इसलिय भी खफा थे विधायक यूं तो कुछ समय से विवेक नागवंशी की शिकायत विधायक जज्जी को लगातार मिल रही थी ।मगर विधायक को एक शिकायत ने कुछ ज्यादा ही आहत कर दिया था। दरअसल आदिम जाति कल्याण विभाग में पदस्थ जुगल किशोर पाराशर का कुछ महीने पहले निधन हो गया था। जो विधायक के सहपाठी भी थे ,और उन्ही के विभाग के द्वारा उनकी मृत्यु उपरांत बनने वाले पेंशन प्रकरण दूसरे दस्तावेज तैयार करने में जबरन लेटलतीफी की जा रही थी ।इसी असंवेदनशीलता को लेकर विधायक आदिम जाति विभाग के जिला संयोजक विवेक नागवंशी से विधायक फोन पर बात करना चाहते थे मगर फोन पर बात ना हो पाने के कारण अपने अधिकारी को समझाने उनके दफ्तर में पहुंच गये थे।