मुंगावली।अलीम डायर।
आचार्य श्री विद्यासागर जी पहली बार मुंगावली आ रहे हैं। 40 संतो के साथ देवगढ़ से बिहार करते हुए बेतवा नदी पार कर मदाऊखेड़ी पहुंचे तो सैकड़ों की संख्या में समाज जन उनकी अगुवाई मैं लग गए। आचार्य श्री के आगमन के लिए मुंगावली नगर को दुल्हन की तरह सजाया गया है एवं समाज जनों में भारी उत्साह और हर्ष उल्लास का माहौल है जैन समाज के सभी घरों के बाहर रंगोली सजाई गई है ।भावनगर के सभी मंदिरों को फूलों मालाओं झालरों की साज-सज्जा से सजाया गया है ।
आचार्य श्री के नगर में आगमन के लिए समाजन 2 दिन से तैयारियों में लगे हैं तो वहीं सर्व धर्म के लोग भी काफी उत्साहित दिख रहे हैं और स्वागत वंदन अभिनंदन के लिए स्वागत द्वार व बैनर पोस्टर लगाए हुए हैं। जहां पर गंगा जमुना की तहजीब देखने को मिलती है कि किसी भी धर्म के संत या महात्मा मुंगावली की पावन धरा पर आते हैं तो सर्व धर्म को खुशी होती है।
आचार्य श्री के आने की सूचना मिलते ही बीना से मुनि श्री पदम सागर जी और निर्णय सागर जी ने भी मुंगावली के लिए बिहार कर लिया जो शहर में आचार्य श्री की अगवानी करेंगे सोमवार शाम को आचार्य श्री मुनि संघ के साथ मदन खेड़ी गांव पहुंचे जहां से मंगलवार को बिहार करेंगे और किरोला गांव होते हुए शाम को मुंगावली पहुंचेंगे इसके लिए समाज ने शहर को आकर्षक तोरण द्वारों केसरिया ध्वजा से सजाया गया है हर घर में दिवाली जैसा माहौल है।
वहीं आचार्य श्री से प्रभावित होकर बेतवा नदी में मछली ठेकेदार रणजीत सिंह सिकरवार ने अपना 14 करोड़ के ठेके को त्याग कर आजीवन शाकाहार रहने का संकल्प लिया ललितपुर के डिमरोली गांव निवासी रणजीत सिंह ने 1 साल पहले ही 5 साल के लिए ठेका लिया था। जिसे उन्होंने त्याग त्याग दिया है।आचार्य श्री के दर्शन के लिए क्षेत्र ही नहीं आसपास के संपूर्ण जिले से भारी जनसैलाब उमड़ रहा है जिस को व्यवस्थित करने के लिए और यातायात सुचारू रूप से चलाने के लिए प्रशासन और पुलिस प्रशासन भी सहयोग प्रदान कर रहा है।