अशोकनगर| सरकारी जमीनों को दबाकर उन पर निर्माण करने या उनको खुर्दबुर्द करने के खिलाफ चलाये जा रहे माफिया मुक्त अभियान के तहत प्रदेश भर कई बड़ी कार्यवाही तो देखने मिली होगी, मगर अशोकनगर में यह दस्ता एक गौशाला तक पहुचे गया। गौरा गांव में 3 बीघा सरकारी जमीन पर बनी कृष्ण क्रांति गौशाला का अधिग्रहण किया एवं चार दिन में गौशाला को खाली कराने के निर्देश दिये ।यहां बने भवन में आंगनबाड़ी एवं सामुदायिक भवन चलाने का काम प्रशासन करने जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि बीते सप्ताह अशोकनगर तहसीलदार ने इस गौशाला के अध्यक्ष अशोक रघुवंशी सावन एवं सचिव चरनजीत बबलू यादव को नोटिस जारी कर गौशाला खाली करने का आदेश दिया था ।मगर नोटिसके बाद भी गौशाला की ओर से कोई कार्रवाई न होने के बाद आज प्रशासनिक अमले ने गौशाला पर या कार्रवाई की है। जिस समय प्रशासन की टीम गौशाला पहुची तो वहां करीब आधा सैकड़ा से अधिक गाय मौजूद थी प्रशासन ने यहां बने दो कमरों को अधिकृत कर उनमें आंगनबाड़ी एवं सामुदायिक भवन संचालित करने के निर्देश दे दिए हैं। साथ ही करीब 3 बीघा सरकरीजमीन जिस पर गौशाला चल रही है उसे खाली करने के निर्देश दिए।
गौशाला से जुड़े लोगों ने प्रशासन की इस कार्रवाई का विरोध किया है ।उनका कहना है कि एक ओर तो कमलनाथ सरकार गांव गांव में गौशाला बनाने की बात कर रही है वही दूसरी ओर ज़न सहयोग से चल रही इस गौशाला को बन्द करवा रही है।गौशाला से जुड़े लोगों का कहना है कि इस समय गौशाला में आधा सैकड़ा से ज्यादा गाये है।उन्हें कहा रखेगे यह बड़ा प्रश्न है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जन सहयोग से सरकारी जमीन पर यह गौशाला कुछ साल पहले बनाई गई थी। और मैं भी वर्ष 2017 में भी प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा सरकारी जमीन पर बनी इस गौशाला के खिलाफ कागजी कार्यवाही की गई थी मगर उस समय इसे खाली नही कराया जा सका था।