Ashoknagar News- दुकान में घुस पर बदमाशों ने की मारपीट, व्यापारियों में आक्रोश

Pooja Khodani
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अशोकनगर, हितेंद्र बुधौलिया। अशोकनगर (Ashoknagar) जिले से मारपीट का मामला सामने आया है।यहां  कदवाया कस्बे में एक व्यापारी से गुंडों द्वारा खुलेआम हफ्ता वसूली एवं पैसे ना देने पर दुकान में घुसकर मारपीट (Beating) कर दी। पूरी घटना बदमाशों के लाठी-डंडों से व्यापारी से मारपीट की घटना सीसीटीवी (CCTV) में कैद हो गई है, मगर पुलिस (Ashoknagar Police) ने इस मामले में सिर्फ मामूली मारपीट की धाराएं लगाई है, जिसके  बाद व्यापारियों में आक्रोश व्याप्त हो गया है और वे पुलिस के खिलाफ आंदोलन की राह पर बढ़ने की बात कह रहे हैं।

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कदवाया के किराना व्यापारी मनीष साहू ने बताया कि सुबह जब अपनी दुकान पर बैठे थे तभी दो लोग उसके पास आए और शराब पीने के लिए 500 रु मांगे ।पैसे ना देने पर शाम को व्यापारी को देख लेने की धमकी देकर चले गए। शाम को यह जब व्यापारी अपनी दुकान पर बैठा था तो यही गुंडे अपने साथियों के साथ आए और ताबड़तोड़ मनीष पर लाठी एवं परसों से हमला कर दिया ।सीसीटीवी में यह पूरी घटना रिकॉर्ड भी हो गई। व्यापारी मनीष ने बताया इस तरह की हफ्ता वसूली इन बदमाशों के द्वारा लंबे समय से चल रही है। उसने उसे रोकने की कोशिश की तो उसके साथ मारपीट की गई है। दुकान में घुसकर आतंक मचाया है और उसे मारने का प्रयास किया गया है।

इस मारपीट में मनीष को कई जगह चोटें आई है। मगर पुलिस ने इस मामले में बदमाशों पर सही एवं कठोर कार्रवाई नहीं की है। मनीष का आरोप है कि पुलिस ने मारपीट एवं गाली-गलौच का साधारण धाराओं में प्रकरण बनाया है।इससे बदमाशों के हौसले बुलंद होंगे। पुलिस की दोषपूर्ण कार्यवाही के बाद व्यापारियों ने इस मामले को लेकर मौन जुलूस की तैयारी शुरू कर दी है। आज शाम 6 बजे कदवाया में मौन जुलूस निकालने की तैयारी है। साथ ही पूरा मामला वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में लाया गया है। लोगों का मानना है कि पुलिस अगर इस तरह से अपराधियों का संरक्षण करेगी तो व्यापारियों में भय का माहौल होगा और पुलिस के खिलाफ भी अविश्वास बनेगा।


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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