अशोकनगर/हितेंद्र बुधौलिया
इस समय देश भर में कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण लॉकडाउन है। इस स्थिति में जिन लोगों को सबसे ज्यादा काम करना पड़ रहा है वह है पुलिस। लॉ एंड ऑर्डर की व्यवस्था बनाने के साथ-साथ अस्पताल में भी कोरोना के संदिग्ध मरीजों के बीच पुलिस कर्मियों को जाना पड़ रहा है। ऐसी स्थिति में पुलिसकर्मियों को संक्रमण से बचाने के लिए अशोकनगर जिले के पुलिस अधीक्षक रघुवंश भदौरिया ने एक नया प्रयोग किया है। उन्होंने यहां कोरोना ब्रिगेड का गठन किया है जिसमें 50 पुलिसकर्मी हैं।
शुक्रवार को इस स्पेशल कोरोना ब्रिगेड के कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया गया। जिला चिकित्सालय के डॉक्टरों ने मरीजों के साथ किस तरह व्यवहार करना है, उनकी क्या केयर करनी है और कैसे समझाइश देनी है, यह सब पुलिसकर्मियों को बताया। इन पुलिसकर्मियों के लिये विशेष ड्रेस भी मंगाई गई है।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक रघुवंशी भदौरिया ने बताया कि कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के दौरान उनकी पहली प्राथमिकता पुलिस कर्मचारियों को संक्रमण से बचाना है। उन्होंने कहा कि जिला चिकित्सालय एवं अन्य स्थानों से आने वाले मरीजों के साथ पुलिसकर्मियों की ड्यूटी रहती है। जिसमें संदिग्ध मरीजों के साथ रहने के कारण पुलिसवाले भी संक्रमण का शिकार हो सकते हैं । ऐसे में उनकी पहली प्राथमिकता पुलिस कर्मचारियों को संक्रमण से बचाने की थी इसीलिए उन्होंने विशेष ड्रेस PPE मंगाई है जो पुलिस कर्मचारियों को वितरित की गई है। शुरू में 50 लोगों के इस दल को डॉक्टरों द्वारा प्रशिक्षित किया गया है। डाक्टरो ने इस कोरोना ब्रिगेड के सिपाहियों को बताया कि मरीजों को लाने ले-जाने के दौरान उनके साथ किस तरह का व्यवहार करना है। साथ ही मास्क एवं सैनिटाइजर तथा दूसरी व्यवस्थाओं का उपयोग किस तरह से करना ह, यह भी बताया गया पुलिस अधीक्षक श्री भदौरिया का कहना है कि शुरुआत में अस्पताल आदि स्थानों के लिये यह व्यवस्था रहेगी जिसे बाद में आगे बढ़ाया भी जा सकता है।