सुरेन्द्र शर्मा को मिला अटल कवि सम्मान, अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में देश के प्रख्यात कवियों ने दी काव्यांजलि

Published on -
Atal Bihari Vajpayee birth anniversary

Atal Bihari Vajpayee birth anniversary : भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री एवं ग्वालियर के लाड़ले सपूत अटल बिहारी वाजपेयी जी के जन्मदिवस 25 दिसंबर की पूर्व संध्या पर ग्वालियर में आयोजित ‘‘हमारे अटल प्यारे अटल” कवि सम्मेलन में देश के प्रख्यात कवियों ने अटल जी को काव्यांजलि अर्पित की। इस अवसर पर देश के प्रख्यात कवि पद्मश्री सुरेन्द्र शर्मा को अटल कवि सम्मान प्रदान किया गया।

पद्मश्री सुरेन्द्र शर्मा कवि अटल सम्मान से विभूषित

ग्वालियर नगर निगम द्वारा आयोजित इस प्रतिष्ठापूर्ण आयोजन में इस साल देश के सुविख्यात कवि पद्मश्री सुरेन्द्र शर्मा को कवि अटल सम्मान से विभूषित किया गया। श्री शर्मा को 01 लाख रुपए की सम्मान राशि, सम्मान पत्र एवं शॉल व श्रीफल से सम्मानित किया गया। इसके अलावा आयोजकों ने कवि सम्मेलन में शामिल सभी कवियों को स्मृति चिन्ह एवं शॉल, श्रीफल देकर सम्मानित किया।

कवियों ने प्रकट किये अपने मन के भाव

Atal Bihari Vajpayee birth anniversary

हास्य व्यंग्य के लिए प्रसिद्ध कवि सुरेंद्र शर्मा ने अपनी रचना में संदेश दिया- कि बच्चों को इस लाइक मत बनाओ कि आप उनके लायक नहीं रहो। सुरेंद्र शर्मा ने हालात का चित्र उकेरते हुए सवाल किया – राम तो शबरी के झूठे बेर खा सकते हैं, पर शबरी राम के मंदिर में क्यों नहीं जा सकती?

कवि अनिल चौबे ने कहा – पायेगा न यश कीर्ति अटल के जैसा न कोई शायद किसी में ऐसा त्याग तप आएगा, आएगा न भक्ति भाव मन में स्वदेश का तो शत्रुओं के मध्य जय हिंद कौन गाएगा। गाएगा हजार बार भारती का यश गान क्या सपूत की भक्ति देश दोहराएगा। दोहराएगा भले ही बलिदान किंतु अटल की छवि कौन रच पाएगा।

डॉ. सरिता शर्मा ने कहा – सपनों के नशे मन को एक बार फिर सजाना, होली, दिवाली, ईद भी मिलजुलकर मनाना, जो देश पर शहीद हुए उनकी याद में गर हो सके तो एक दिया तुम भी जलाना।

ताहिर फराज ने कहा – अब इससे बढ़कर और क्या सजा हमारी है, तुम्हारे दौर में जो जिंदगी गुजारी है। नजर बचा के गुजरते हो तो गुजर जाओ, मैं आईना हॅू मेरी अपनी जिम्मेदारी है।

सुश्री मनु वैशाली ने कहा – उलझे उलझे हैं उलझा के सिद्ध सरल हो जाएंगे, पूर्ण फलित या समाकलित या फिर अवकल हो जाएंगे, सिर्फ निरंतरता रखना तुम और जरा सा संयम भी, अंकगणित के प्रश्नों जैसे हैं हम हल हो जाएंगे।

कवि सुदीप भोला ने कहा – राजनीति में कविमन लेकर आये अटल बिहारी, आभारी हे शुचिता के परम पुजारी।
वाणी का सामर्थ्य, शब्द का सम्प्रेषण सिखलाया, पक्ष और प्रतिपक्ष बखूबी हर किरदार निभाया, जन मन के स्वर प्रखर किये, है लोकतंत्र बलिहारी स्वाभिमान की परिभाषा का सबसे श्रेष्ठ उदाहरण, पांचजन्य थे मगर बांसुरी सा मीठा हर भाषण, एक सरल रेखा से मैं तो तुलना करूं तुम्हारी, राजहंस तुमने मानस को कमल कमल कर डाला, और पोखरण में भारत को अटल अटल कर डाला, फिर से आना मात भारती जाता देख पुकारी।

सुशासन के लिए हमेशा याद किये जायेंगे अटल जी : सांसद विवेक शेजवलकर

जीवाजी विश्वविद्यालय के अटल सभागार में आयोजित कार्यक्रम में शामिल ग्वालियर सांसद विवेक नारायण शेजवलकर ने कहा कि श्रद्वेय अटल जी संवेदनशील राजनेता, वक्ता, कवि एवं कुशल प्रशासक रहे हैं। अटल जी की सरकार को हमेशा सुशासन, देश में सड़कों का जाल बिछाने एवं सबसे ज्यादा दलों के बीच सामंजस्य बैठाकर सफलतम सरकार चलाने को लेकर याद किया जा जायेगा।

Atal Bihari Vajpayee birth anniversary

महापौर शोभा सिकरवार ने कहा- ग्वालियर के कण कण में बसते हैं अटल जी

महापौर डॉ. शोभा सतीश सिंह सिकरवार ने कहा – भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी विराट व्यक्तित्व वाले राजनेता एवं कवि थे, ग्वालियर के कण-कण में अटल जी बसते हैं। आज अटल जी को याद करते हुए सुरेन्द्र शर्मा जैसे प्रतिष्ठित कवि को सम्मानित करना हम सबके लिए गौरव की बात है। नगर निगम ग्वालियर द्वारा आयोजित अटल कवि सम्मान का कार्यक्रम निरंतर भव्य तरीके से आयोजित हो इसके लिए हम सभी मिलकर प्रयास करेगें।

ग्वालियर नगर निगम आयुक्त हर्ष सिंह ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के कवि रूपी व्यक्तित्व को याद करने के लिए नगर निगम द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम पिछले 8 वर्षों से आयोजित किया जा रहा है। यह आयोजन देश के प्रतिष्ठित आयोजन के रूप में भी ख्याति प्राप्त कर रहा है। इस कार्यक्रम के माध्यम से नगर निगम ग्वालियर द्वारा निरंतर श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी के व्यक्तित्व और कृतित्व को जन जन तक पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। इस आयोजन में हम निरंतर देश के बडे एवं ख्याति नाम कवियों को आमंत्रित करते हैं तथा एक वरिष्ठ कवि को कवि अटल सम्मान से सम्मानित करते हैं। यह आयोजन आगे भी लगातार और बड़े रूप से आयोजित हो, इसके लिए हम लगातार प्रयास करेगें।

ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट


About Author

Ayushi Jain

मुझे यह कहने की ज़रूरत नहीं है कि अपने आसपास की चीज़ों, घटनाओं और लोगों के बारे में ताज़ा जानकारी रखना मनुष्य का सहज स्वभाव है। उसमें जिज्ञासा का भाव बहुत प्रबल होता है। यही जिज्ञासा समाचार और व्यापक अर्थ में पत्रकारिता का मूल तत्त्व है। मुझे गर्व है मैं एक पत्रकार हूं।मैं पत्रकारिता में 4 वर्षों से सक्रिय हूं। मुझे डिजिटल मीडिया से लेकर प्रिंट मीडिया तक का अनुभव है। मैं कॉपी राइटिंग, वेब कंटेंट राइटिंग, कंटेंट क्यूरेशन, और कॉपी टाइपिंग में कुशल हूं। मैं वास्तविक समय की खबरों को कवर करने और उन्हें प्रस्तुत करने में उत्कृष्ट। मैं दैनिक अपडेट, मनोरंजन और जीवनशैली से संबंधित विभिन्न विषयों पर लिखना जानती हूं। मैने माखनलाल चतुर्वेदी यूनिवर्सिटी से बीएससी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में ग्रेजुएशन किया है। वहीं पोस्ट ग्रेजुएशन एमए विज्ञापन और जनसंपर्क में किया है।

Other Latest News