बालाघाट, सुनील कोरे। दीपावली निकट है और विद्युत वितरण कंपनी विभागीय बकायेदारों पर नकेल कसने के लिए जूट गई हैं। इसी के तहत बालाघाट नगरपालिका परिषद पर 1 करोड 2 लाख के बकाया बिल जमा नहीं करने पर ऑफिस की बिजली काट दी गई। साथ ही स्ट्रीट लाइट एवं फिल्टर प्लांट की लाईन काटने की तैयारी कर रही हैं। विद्युत विभाग के करोड़ो बकाया पर बिजली काटे जाने के बाद सोमवार 2 नवंबर को नपा द्वारा ऑफिस का बिजली बिल लगभग 43 हजार रूपये जमा कराया है, अब नपा कटी बिजली जोड़ने का इंतजार कर रही है।
नपा सीएमओ ने बताया कि ऑफिस का 43 हजार रूपये जमा करा दिया गया है। हालांकि उन्होंने बताया कि नपा का भी बिजली विभाग पर लगभग सवा सौ करोड़ रूपये संपत्ति कर बकाया है। जिसको जमा करने के लिए नपा द्वारा कई बार नोटिस दिये गये है यही नहीं बल्कि नपा के बिजली बिल में उसे समायोजन करना का पत्र भी लिखा है।
बालाघाट में आधा दर्जन से अधिक प्रमुख विभागों पर 2 करोड़ से अधिक बिजली बिल बकाया है। नगर पालिका परिषद बालाघाट पर एक करोड़ दो लाख, पीएचई विभाग पर 2 लाख, जिला चिकित्सा विभाग पर 4 लाख, बीएसएनल ऑफिस पर 10 लाख, रेलवे विभाग पर पचास हजार रूपये सहित शासकीय विभागो पर लगभग दो करोड़ बिजली बिल बकाया है, और इस बकाया वसूली के लिए लगातार प्रयास के बाद भी संबंधित विभागों द्वारा बिल जमा नहीं किए जा रहे। जिसके चलते विद्युत वितरण कंपनी ने अब इन विभागों की विद्युत कनेक्शन विच्छेद करने की कार्रवाई शुरू कर सख्ती दिखाने शुरू दी है और इसकी शुरुआत नगर पालिका परिषद बालाघाट से की है। हालांकि वारासिवनी नगर पालिका की लाइट को भी बकाया बिल के लिए काट दी गई है।
संदर्भ में सहायक यंत्री अजय कुमार साहू का कहना है कि बिजली बिल जमा करने के लिए संबंधित विभागों को नोटिस दिया गया हैं। उसके बावजूद भी बिल जमा नहीं किया जा रहा है। नगर पालिका बालाघाट में 4 माह का बिल और फिल्टर प्लांट का लगभग 1 साल का बिल बकाया है और इसी के चलते कनेक्शन काटने की कार्रवाई की गई थी। नपा द्वारा बिल की कुछ राशि जमा कर दी गई है, कार्यालय की काटी गई लाईट जोड़ने की कार्रवाई की जायेगी। जहां तक बकाया राशि के समायोजन का सवाल है, वह एक अलग मामला है।
प्रदेश स्थापना दिवस पर नपा कार्यालय में पसरा रहा अंधेरा
1 नवंबर को प्रदेश स्थापना दिवस पर शासन द्वारा सभी विभागो में रोशनी करने के निर्देश दिये गये थे, लेकिन कार्यालय की बिजली कट जाने से नपा में प्रदेश के स्थापना दिवस पर अंधेरा पसरा रहा। बताया जाता है कि नपा की फाईनेंशियल स्थिति काफी खराब है, नगर में लगभग 8 से 10 करोड़ रूपये के काम हो चुके है लेकिन नपा के आर्थिक हालत खराब होने के कारण वह भुगतान नहीं कर पा रहा है और संभवतः इसी के चलते नपा बिजली जमा नहीं कर सकी। हालांकि यह और बात है कि नपा को राजस्व के रूप में बकायादारों से ही करोड़ो रूपये वसुलने है लेकिन वसुली नहीं होने से नपा आर्थिक परेशानियों से जूझ रही है।
वहीं पूरे मामले में नपा बालाघाट के सीएमओ सतीश मटसेनिया का कहना है कि हमारे द्वारा कार्यालय के 43 हजार रूपये का बिल जमा करा दिया गया है और बिजली विभाग से लाईट जोड़ने का निवेदन किया गया है। बिजली विभाग पर संपत्ति कर कर सवा सौ करोड़ रूपये बकाया है। 6 महिने से बकाया राशि जमा करने अधिकारियों को पत्र लिखा है लेकिन उनके द्वारा अब तक राशि जमा नहीं की गई है, जबकि हमने बकाया राशि के बिजली बिल में समायोजन के लिए भी पत्र लिखा है।