Balaghat Incident News : बालाघाट जिले की ताम्र परियोजना हिन्दुस्तान कॉपर लिमिटेड (एचसीएल) में फर्स्ट शिफ्ट के दौरान एक बड़ा हादसे सामने आया है। जिसमें एक मजदूर की मौत हो गई। जबकि चार मजदूर घायल है, जिसमें एक की हालत गंभीर बताई जा रही है।
यह है पूरी घटना
घटना 22 मार्च की सुबह लगभग 11 से 12 बजे के बीच की है। जब एसएमएस कंपनी के अंतर्गत काम कर रहे 8 मजदूर 240 लेवल पर केबल बोल्टिंग करने गये थे, उस दौरान ही एकाएक भरभराकर गिरे मलबे की चपेट में पांच लोग आ गये। जिसमें माईनिंग मेट उकवा चौकी अंतर्गत दुगलटोला निवासी 46 वर्षीय ग्रेबियाल पिता घासीराम हरपाल की मौत हो गई। जबकि चार अन्य मजदूर बिरसा थाना अंतर्गत बबारीकोना निवासी 28 वषी्रय धर्मेन्द्र पिता शिवप्रसाद पटले, बोरखेड़ा निवासी 23 वर्षीय ज्ञानसिंह पिता प्रेमसिंह गोंड, चारटोल निवासी 36 वर्षीय नानाजी पिता दुलीचंद कटरे और मंडई निवासी राजेन्द्र पिता मोहनलाल चौधरी घायल हो गये। घटना के बाद मजदूरों को बाहर निकालकर उन्हें एचसीएल के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां से उन्हें बेहतर उपचार के लिए भिलाई साफी हास्पिटल में भर्ती कराया गया है। हालांकि यह कोई पहला मामला नहीं है, जब देश की सबसे बड़ी ताम्र परियोजना हिन्दुस्तान कॉपर लिमिटेड में हादसा सामने आया हो, इससे पूर्व भी हादसे सामने आते रहे है लेकिन जिम्मेदार प्रबंधन द्वारा सुरक्षा के नाकाफी इंतजाम किये जाने से ऐसी घटनायें सामने आते रहती है।
जाँच में जुटी पुलिस
घायल नानाजी कटरे के रिश्तेदार युवक सतीश ने बताया कि लगभग सुबह की शिफ्ट में चाचा गये थे और दोपहर 12 बजे के लगभग हमें खबर मिली कि 240 लेबल में हुए हादसे में चाचा घायल हो गये है। जिसके बाद उन्हें एचसीएल के अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से सभी घायलों को भिलाई लाया गया है। चाचा की हालत गंभीर है। फिलहाल इस मामले में एचसीएल प्रबंधन ने अब तक कोई चर्चा नहीं की है। मलाजखंड पुलिस ने जरूर घटना की पुष्टि करते हुए मृतक और घायलो की जानकारी देते हुए बताया कि मृतक का शव बरामद कर लिया गया है। मामले में मर्ग कायम कर जांच की जा रही है। वहीं क्षेत्रीय नेताओं ने मृतक और घायलों के परिवार को आर्थिक सहायता एवं मृतक के परिवार के एक सदस्य को नौकरी दिये जाने की मांग उठाई है।
क्षेत्रीय विधायक एवं जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष संजय उईके ने घटना को दुःखद बताते हुए कहा कि सुरक्षा में चूक और जिम्मेदारों के ट्रेंड नहीं होने के कारण यह हादसे सामने आया है। चूंकि वे भोपाल में है, जहां तक उन्हें जानकारी मिली है कि इस मामले में प्रबंधन ने पीड़ित परिवार को मुआवजा का भरोसा दिलाया है। भोपाल से आते ही वह इस मामले में प्रबंधन से चर्चा करेंगे।
बालाघाट से सुनील कोरे की रिपोर्ट