Balaghat News : सिवनी, मंडला व जबलपुर में हुई गौहत्या के आरोपियों को फांसी और गौमाता की सुरक्षा के लिए राष्ट्रमाता का दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर 24 जून को तीन गौरक्षक, 08 किमी की दंडवत यात्रा कर कलेक्ट्रेट पहुंचे। यहां उन्होंने कलेक्टर को ज्ञापन देकर सिवनी में हुई गौहत्या के आरोपियों का फास्ट ट्रेक कोर्ट में मुकदमा चलाकर फांसी की सजा देने और गौसंवर्द्धन के लिए गौमाता को राष्ट्रमाता का दर्जा दिए जाने की मांग की। गौरक्षा का संकल्प लेकर 24 जून को प्रातः 08 बजे भरवेली के श्रीराम मंदिर से गौपूजन के साथ दंडवत यात्रा की शुरूआत की गई। पंचायत सरपंच गीता अनिल बिसेन ने गौभक्तों को रवाना किया। प्रातः 08 बजे भरवेली श्रीराम मंदिर से छत्तीसगढ़ गौरक्षा प्रमुख ओमेश बिसेन, गौसेवक शैलेन्द्र ठकरेले और गुरूदेव चौधरी, दंडवत यात्रा करते हुए देरशाम कलेक्ट्रेट पहुंचे। यहां उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। इस दौरान बड़ी संख्या में सनातन धर्मावलंबी शामिल थे।
सिवनी गौहत्याकांड के आरोपियों पर कार्रवाई की मांग
दंडवत यात्रा कर कलेक्ट्रेट पहुंचे ओमेश बिसेन ने कहा कि सिवनी में हुई गौहत्या, एक जेहादी और आतंकी सोच का घिनौना कृत्य है, जिस घटना से गौमाता के प्रति आस्था रखने वाले करोड़ो-करोड़ हिन्दु धर्मावलंबियों को आघात पहुंचा है। यह घटना सिमी और आतंकी विचारधारा के लोगों ने षडयंत्र के साथ अंजाम दी है, ताकि प्रदेश का साम्प्रदायिक माहौल बिगड़े। यह कही ना कही, प्रदेश की भाजपा सरकार की छवि को खराब करने की साजिश है। उन्होंने मांग कि इस मामले की जांच सीआईडी से कराकर आरोपियों के खिलाफ फास्ट ट्रेक कोर्ट में मुकदमा चलाया जाए और आरोपियों को फांसी की सजा दी जाए।
दंडवत यात्रा के सहयोगी शैलेन्द्र ठकरेले ने कहा कि सिवनी की घटना हद्रय को दहला देने वाली घटना है, चूंकि वह किसान पुत्र है, इसलिए उनका नैतिक दायित्व है कि वह गौरक्षा को लेकर आगे आए और इसी सोच के साथ वह दंडवत यात्रा में शामिल हुए थे। उन्होंने कहा कि सिवनी में हुई गौहत्या के आरोपियों को कड़ी से कड़ी कार्यवाही और गौमाता को राष्ट्रमाता का दर्जा दिया जाए। भरवेली सरपंच प्रतिनिधि अनिल बिसेन ने कहा कि सिवनी में हुई गौहत्या के प्रतिकार स्वरूप, यह दंडवत यात्रा निकाली गई थी। जिसके माध्यम से आरोपियों पर कड़ी कार्यवाही, बूचड़खाने को बंद किए जाने और गौमाता को राष्ट्रमाता का दर्जा दिए जाने के उद्देश्य को लेकर थी।
बालाघाट से सुनील कोरे की रिपोर्ट