Balaghat News : बालाघाट जिले में आईपीएल सट्टा के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई निरंतर जारी है, 20 अप्रैल को लालबर्रा में पकड़े गये आईपीएल सट्टा के सटोरिये से पूछताछ में पुलिस को और दो आरोपियों के बारे में पता चला था, जिनके लिए आरोपी जमीर काम कर रहा था। जिनकी पुलिस लगातार तलाश कर रही थी। जिन्हे पुलिस ने 8 मई को गोंदिया के जिंजर हॉटल के कमरा नंबर 115 में बैठकर आईपीएल सट्टा खिलाते हुए गिरफ्तार किया है।
यह है मामला
जिले के लालबर्रा थाना में आईपीएल सट्टा में फरार चल रहे आरोपियों सिवनी जिला अंतर्गत डूंडासविनी के बरघाट नाका टैगोर निवासी धर्मेन्द्र उर्फ धरमु पिता भगवान दास बैस और लालबर्रा थाना अंतर्गत मानपुर निवासी 38 वर्षीय निशिकांत पिता पूरनलाल अग्रवाल को पुलिस गोंदिय हॉटल से गिरफ्तार कर बालाघाट लेेकर पहुंची। पुलिस ने आरोपियों के पास से आईपीएल सट्टा खिलाने की कीट होल्डिंग पेटी, 15 नग की कीपेड एवं 2 एंड्राईड मोबाईल, मय चार्जर लेपटॉप, हेडफोन, मोबाईल चार्जर, डाटा केबल, कापी में लिखा हिसाब-किताब सहित नगद साढ़े 77 सौ रूपये बरामद किये गये है। जिन्हें गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने मुचलके पर छोड़ दिया था लेकिन बस स्टैंड में दोनो के एक दूसरे की वजह से मामले में पकड़ाये जाने की बात पर विवाद करने लगे। जिससे शांतिभंग होने का खतरा भांपते हुए पुलिस ने दोनो को 151 के तहत फिर गिरफ्तार किया और उन्हें न्यायालय में पेश किया।
आईपीएल सट्टे के फरार आरोपी के पकड़े जाने के मामले में पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ ने आयोजित प्रेसवार्ता में आईपीएल सट्टे से जुड़ी विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि हाईटेक हो चुके आईपीएल सट्टे को लेकर पुलिस लगातार कार्यवाही कर रही है। एक सवाल के जवाब में एसपी समीर सौरभ ने कहा कि कटंगी में पकड़ाये गये आईपीएल सट्टा के फरार आरोपियों को भी शीघ्र गिरफ्तार किया जायेगा। कंट्रोल रूप में आयोजित प्रेसवार्ता में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय डावर और लालबर्रा थाना प्रभारी अमित भावसार उपस्थित थे।
गौरतलब हो कि लालबर्रा में आईपीएल सट्टे के खिलाफ कार्यवाही करते हुए वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में लालबर्रा पुलिस ने 20 अप्रैल को आईपीएल सट्टा खिलाते हुए अमोली निवासी आरोपी जमीर पिता जहीर खान को गिरफ्तार किया था। जिससे पुलिस को पता चला था कि वह तो धर्मेन्द्र उर्फ धरमु और निशीकांत जायसवाल के लिए कमीशन पर काम करता है, जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू कर दी थी। जिसमें पखवाड़े से ज्यादा समय के बाद पुलिस ने आईपीएल सट्टा मामले में फरार आरोपी धर्मेन्द्र उर्फ धरमु और निशीकांत जायसवाल को थाने में दर्ज धारा 4(क) सर्वधुत अधिनियम के तहत गिरफ्तार कर मुचलके पर छोड़ दिया था। जिसके बाद दोनो बस स्टैंड में पकड़ाये जाने पर एकदूसरे पर दोषारोपण कर रहे थे। जिसमें जानकारी के बाद लालबर्रा पुलिस ने उन्हें 151 के तहत गिरफ्तार कर जेल भिजवा दिया है। मामले में आरोपियो को पकड़ने में उपनिरीक्षक गौरव शर्मा, काय्र प्रआर. राजेन्द्र पडवार, सुनील बिसेन, आरक्षक मनोज गुर्जर, आशुतोष सिंह, संदी बघेल, बलराम यादव, प्रआर. सोकेन्द्र डहरवाल और आरक्षक पंकज विष्ठ की भूमिका सराहनीय रही।
बालाघाट से सुनील कोरे की रिपोर्ट