Balaghat News : बालाघाट जिले में रूपयों के लालच में भांजे द्वारा मामा की कुल्हाड़ी से हत्या किए जाने के सनसनीखेज हत्याकांड में रूपझर पुलिस ने आरोपी भांजे को गिरफ्तार कर रूपए बरामद कर लिए है। अंधे हत्याकांड की इस गुत्थी को रूपझर पुलिस ने 24 घंटे के अंदर सुलझाकर आरोपी को जेल की सलाखो के पीछे भेज दिया है।
क्या है पूरा मामला
घटनाक्रम के अनुसार रूपझर थाना के सोनेवानी चौकी अंतर्गत सर्रा निवासी 60 वर्षीय बुजुर्ग खेलसिंह उईके, 21 अप्रैल से नातन की शादी से लापता था।जिसका शव 2 दो दिन बाद घर से कुछ ही दूरी पर स्थित नहर के गढ्ढे से मिला था। जिसके सिर, गले और छाती में चोटे होने से उसकी हत्या की आशंका जताई जा रही थी। जिसकी पीएम रिपोर्ट में पुष्टि होने के बाद पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ हत्या और हत्या के साक्ष्य छिपाने का मामला पंजीबद्व कर विवेचना में लिया। विवेचना के दौरान पुलिस को पता चला कि खेलसिंह के जवाई चुन्नुलाल उईके की बेटी का विवाह 21 अप्रैल को था। जिसके दहेज के 8 लाख 50 हजार रूपए खेलसिंह ने घर में रखे थे। जिसे खेलसिंह लेने गया था। जिसके बाद से वह लापता हो गया था और घर की आलमारी में रखे रूपए भी गायब थे।
चूंकि मामला हत्या और लाखों रूपए के गायब होने का था, जिसे गंभीरता से लेते हुए वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में रूपझर थाना प्रभारी के नेतृत्व में एफएसएल टीम, डॉग स्कॉड और सायबर सेल के अधिकारी और कर्मचारियों की संयुक्त टीम गठित कर एडीएसपी बैहर के.एल. बंजारे और एसडीएमओ अरविंद शाह के मार्गदर्शन में गंभीरता से विवेचना प्रारंभ की गई। जिसमें रूपझर पुलिस ने तथ्यो, साक्ष्यों और चश्मदीद साक्षियों के बयान तथा मुखबिर की सूचना पर संदेही मृतक के भांजे, 21 वर्षीय रामसिंह पिता स्व. शिवलाल उईके को अभिरक्षा में लिया। जिससे गहना पूछताछ करने पर आरोपी ने अपना जुर्म स्वीकार करते हुए बताया कि तिजोरी में रखे दहेज के लाखों रूपए लेकर जब वह लेकर आ रहा था। इस दौरान ही उसने मामा का पीछा कर सूनसान जगह देखकर उस पर कुल्हाड़ी से हमला कर उसके पास से 8 लाख 50 हजार रूपए लेकर फरार हो गया। जिसके बाद पुलिस ने दर्ज अपराध की धारा 302,201 ताहि. में आरोपी भांजे रामसिंह उइके को गिरफ्तार कर उसकी निशानेदी पर हत्या में प्रयोग की कुल्हाड़ी और अन्य सामान सहित खून से लथपथ कपड़ों को बरामद कर आरोपी को न्यायालय में पेश किया। जहां से उसे न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
बालाघाट से सुनील कोरे की रिपोर्ट