बालाघाट, सुनील कोरे। शौक यदि अच्छा हो तो उंचाईयों तक ले जाता है, लेकिन शौक यदि गंदा हो तो वह अपराध की ओर ले जाता है। बालाघाट (Balaghat) की भरवेली पुलिस के हत्थे चढ़े युवा और अपचारी बालकों की कहानी भी कुछ ऐसी ही है, जिनका शौक उन्हें अपराध की ओर ले गया। अपना शौक पूरा करने के लिए युवक मोटरसाइकिल चोर (motorcycle thief) बन गये है। कम उम्र में शौक ने युवा और अपचारी बालक को अपराध की ओर धकेल दिया।
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जिले के भरवेली थाना और ग्रामीण में वाहन चोरी के दर्ज अपराध की पतासाजी करते हुए पुलिस आरोपियों तक पहुंची। भरवेली पुलिस ने दोनो ही थानो में दर्ज मोटरसाईकिल चोरी में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिसमें एक अपचारी बालक भी है। जिन्होंने पूछताछ में पुलिस को बताया कि वह अपना शौक पूरा करने मोटर साईकिल की चोरी किया करते थे।
पुलिस के हत्थे चढ़े मोटर साईकिल चोर जिले के वारासिवनी और रामपायली से आकर भरवेली, ग्रामीण थाना क्षेत्र और नागपुर में मोटरसाईकिल की चोरियों को अंजाम दे रहे थे। अपने शौक को पूरा करने मोटरसाईकिल चोरी में पकड़े गये आरोपी वारासिवनी थाना अंतर्गत मदनपुर निवासी 19 वर्षीय सागर पिता रूपलाल पटले, 18 वर्षीय आनंद उर्फ राजा पिता रामलाल कोल्हेटकर, रामपायली थाना अंतर्गत मेंढकी निवासी 20 वर्षीय ऐर्श्वादित्य पिता अरविंद सहारे और एक अपरचारी बालक है। पुलिस ने चोरी करने के मामले में गिरफ्तार सभी आरोपियों से पूछताछ में चार चोरी की मोटरसाईकिल सहित एक चोरी करने के दौरान उपयोग की जाने वाली आरोपियों के स्वयं की मोटरसाईकिलबरामद की है।
आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने नागपुर से भी एक मोटरसाईकिल सहित भरवेली और ग्रामीण थाना क्षेत्र के अलग-अलग स्थानों से चार मोटरसाईकिल चोरी की है। जिनसे पुलिस ने तीन स्कूटी और एक मोटरसाईकिल बरामद की है, जिनकी अनुमानित कीमत लगभग एक लाख 75 हजार रूपये है। मोटरसाईकिल चोरों को गिरफ्तार करने के साथ ही चोरी की मोटरसाईकिल बरामद करने में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी नीरज कुमार मेडा, एएसआई चित्रसेन ठाकरे, प्रधान आरक्षक राजीव पंद्रे, राजू दाहिया, वीरेन्द्र दल्लेमाल, रामकिशोर पटले, प्रभुलाल हरिनखेड़े, विनोद राठौर, आरक्षक विश्वनाथ बघेल, देवेन्द्र तुरकर, मनीष जंघेल, संजय महोबे, अमित बरया, लालसिंह धुर्वे, मनीजर मरकाम और लिखेन्द्र बिसेन का विशेष योगदान रहा।