बालाघाट स्ट्रॉंग रूम मामला : अब SDM भी निलंबित, सामने आये दो पंचनामे, कौन सा असली कौन सा नकली? कांग्रेस ने गौरीशंकर बिसेन को भी लिया निशाने पर

Atul Saxena
Published on -

Balaghat strong room case : बालाघाट स्ट्रॉंग रूम मामला स्थानीय प्रशासन केगले की फांस बनता दिखाई दे रहा है, अब जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर डॉ गिरीश कुमार मिश्रा ने बालाघाट SDM एवं विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 111 के रिटर्निंग ऑफिसर गोपाल कुमार सोनी को निलंबित कर दिया है। उधर कांग्रेस प्रत्याशी अनुभा मुंजारे ने पूर्व मंत्री गौरीशंकर बिसेन को भी निशाने पर लिया है, इधर कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन केके मिश्रा ने हमला करते हुए कलेक्टर के निलंबन की मांग की है, उन्होंने इस मामले में दो दो पंचनामे सामने आने पर भी निर्वाचन आयोग पर सवाल उठाये हैं।

यह है मामला

बालाघाट जिले में समय से पहले स्ट्रॉग रूम खोलकर कथित तौर पर डाक मतपत्रों की गिनती किये जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है, कांग्रेस इसे लेकर लगातार हमलावर है, वो स्थानीय जिला प्रशासन से लेकर राज्य निर्वाचन आयोग को कठघरे में खड़ा कर रही है, स्ट्रॉग रूम का वीडियो सामने आने के बाद नोडल ऑफिसर हिम्मत सिंह को जिम्मेदार मानते हुए निलंबित कर दिया गया अब बालाघाट SDM एवं विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 111 के रिटर्निंग ऑफिसर गोपाल कुमार सोनी को भी निलंबित कर दिया है।

कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी को निलंबित करने की एक बार फिर मांग

कांग्रेस के प्रदेश मीडिया विभाग के प्रमुख केके मिश्रा ने इन अधिकारियों के निलंबन पर सवाल उठाते हुए कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ गिरीश कुमार मिश्रा को निलंबित करने की एक बार फिर मांग की है उन्होंने मप्र के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन की भूमिका पर भी सवाल उठाये हैं इस बीच इस मामले में दो दो पंचनामे सामने आने के बाद मामला और गंभीर हो गया है, कांग्रेस अब इसे लेकर भी सवाल उठा रही है।

कांग्रेस प्रत्याशी ने पूर्व मंत्री पर साधा निशाना

उधर कांग्रेस प्रत्याशी अनुभा मुंजारे ने पूरे मामले में पूर्व मंत्री गौरीशंकर बिसेन को निशाने पर लिया है, उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जिस समय स्ट्रॉग रूम खोला गया उस समय गौरीशंकर बिसेन के भतीजे सहित उनके रिश्तेदार और विश्वसनीय लोग वहां मौजूद थे, अब सवाल ये उठता है कि ये लोग स्ट्रॉग रूम में क्या रहे थे ? निर्वाचन आयोग को इसका जवाब देना होगा।

बालाघाट से सुनील कोरे की रिपोर्ट


About Author
Atul Saxena

Atul Saxena

पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

Other Latest News