MP Election 2023 : मप्र विधानसभा चुनाव के लिए इस समय नामांकन फॉर्म भरे जाने की प्रक्रिया चल रही है और इसमें रोज नये नए वाकये सामने अ रहे हैं, आज एक नया मामला बालाघाट से सामने आया, जहाँ पार्टी प्रत्याशी की जगह उसके पिता ने नामांकन फॉर्म भर दिया, मीडिया ने जब पिता से सवाल किये तो उन्होंने एक अलग ही जवाब दिया। अब कयास लगाये जा रहे हैं कि कहीं मंत्री पिता ही तो चुनाव नहीं लड़ रहे?
भाजपा ने बिसेन की बेटी मौसम को घोषित किया है बालाघाट से प्रत्याशी
भारतीय जनता पार्टी ने 21 अक्टूबर को मंत्री गौरीशंकर बिसेन की पुत्री श्रीमती मौसम हरिनखेड़े को बालाघाट से अपना प्रत्याशी बनाए जाने की घोषणा की थी। जिसके बाद बालाघाट विधानसभा से मंत्री गौरीशंकर बिसेन के चुनाव लड़ने और पार्टी हाईकमान द्वारा प्रदेश की चुनावी परिदृश्य और परिस्थिति को देखते हुए लिए जाने वाले निर्णय पर विराम लग गया था। वहीं मंत्री गौरीशंकर बिसेन की बालाघाट विधानसभा से चुनाव ना लड़ने के साथ ही बेटी को पार्टी प्रत्याशी बनाए जाने की की प्रतिज्ञा पूरी हो गई थी लेकिन 21 अक्टूबर से 25 अक्टूबर की अवधि में ऐसा कुछ हो गया कि प्रत्याशी बेटी के स्थान पर मंत्री गौरीशंकर बिसेन ने स्वयं अपना चुनावी नामांकन रिटर्निंग अधिकारी के पास जमा किया।
पत्नी और जिला अध्यक्ष के साथ रिटर्निंग ऑफिसर को बिसेन ने सौंपा नामांकन फॉर्म
मंत्री गौरीशंकर बिसेन ने 26 अक्टूबर को शुभ मुहुर्त पर अपने चुनिंदा साथियों के साथ रिटर्निंग अधिकारी गोपाल सोनी को अपना चुनावी नामांकन सौंपा। इस दौरान धर्मपत्नी एवं जिला पंचायत पूर्व अध्यक्ष श्रीमती रेखा बिसेन, भाजपा अध्यक्ष सत्यनारायण अग्रवाल, साथी और पार्टी के वरिष्ठ नेता राजकुमार रायजादा, अधिवक्ता संजय अग्निहोत्री के अलावा किशोर पालीवाल, भुवन लिल्हारे और अन्य भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित थे।
बिसेन बोले- बेटी बाहर है सुरक्षा की दृष्टि से भरा फॉर्म, शेष पार्टी तय करेगी
नामांकन दाखिल करने के बाद रिटर्निंग अधिकारी कार्यालय से बाहर निकले मंत्री गौरीशंकर बिसेन, अपनी चिरपरिचित शैली से अलग दिखाई दिए। उन्होंने मीडियाकर्मियों को महज अपनी 29 सेकंड की प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि बेटी मौसम यहां नहीं है, उसके आने के बाद एक और नामांकन दाखिल किया जाएगा। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सुरक्षा की दृष्टि से फार्म भरा है, प्रत्याशी बनाना नहीं बनाना, पार्टी तय करेगी।
बहरहाल गौरीशंकर बिसेन के नामांकन फॉर्म दाखिल करने के बाद ये दिख रहा है कि बालाघाट विधानसभा में भाजपा प्रत्याशी को लेकर अब भी तस्वीर स्पष्ट नहीं है, हालांकि बालाघाट विधानसभा में भाजपा के बनते-बिगड़ते समीकरण को प्रतिशत में आंके तो लगभग 99.9 प्रतिशत, बालाघाट विधानसभा से मंत्री गौरीशंकर बिसेन ही भाजपा के प्रत्याशी होंगे और संभवतः पार्टी के नए निर्देश के बाद ही 26 अक्टूबर को मंत्री गौरीशंकर बिसेन ने पर्चा दाखिल किया है।
उधर एक खबर यह भी सामने आ रही है कि पार्टी की घोषित प्रत्याशी मौसम की तबियत इन दिनों खराब है और वह वर्तमान में स्वास्थ्य लाभ ले रही हैं जिसके कारण यदि वह समय पर नामांकन दाखिल करने नहीं पहुंच सकी तो प्रत्याशी के नामांकन को लेकर दिक्कत हो सकती है, जिसके चलते डमी प्रत्याशी के रूप में मंत्री गौरीशंकर बिसेन का नामांकन दाखिल किया गया है। वहीं दूसरी ओर बालाघाट विधानसभा में भाजपा प्रत्याशी की घोषणा के बाद जिस तरह से राजनीतिक परिदृश्य में कांग्रेस मजबूत दिखाई दे रही थी, उससे भी यह माना जा रहा था कि पार्टी बालाघाट विधानसभा में प्रत्याशी को लेकर कोई और फैसला ले सकती है।
अब भले ही मंत्री गौरीशंकर बिसेन, यह कह रहे है कि पार्टी तय करेगी, प्रत्याशी बनाए या नहीं, लेकिन पार्टी ने निर्णय लेकर ही अपने सबसे पुराने और मंझे खिलाड़ी को एक पारी और खेलने का अवसर दिया है और लगभग-लगभग यह तय है कि बालाघाट विधानसभा से मंत्री गौरीशंकर बिसेन ही भाजपा के प्रत्याशी होंगे। फिलहाल जो हालात ही उसे देखकर तो यही कहा जा सकता है कि राजनीति और क्रिकेट में अंतिम समय तक कुछ भी संभव है।
बालाघाट से सुनील कोरे की रिपोर्ट