बालाघाट, सुनील कोरे। चुनाव के दौरान हाथ जोड़कर सेवा करने का विश्वास दिलाते जनप्रतिनिधि चुनाव जीतने के बाद कितने बदल जाते है, यह बताने की आवश्यकता नहीं है। लेकिन कोरोना महामारी के इस दौर में जब निर्वाचन क्षेत्र की जनता इलाज, बेड और ऑक्सीजन व दवाओं की कमी से जूझ रही है, उस दौरान भी कई जनप्रतिनिधी गायब हैं। इसी दौरान सांसद ढालसिंह बिसेन की एक फेसबुक पोस्ट से बवाल मच गया है।
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बालाघाट जिले में कोरोना महामारी से जनता जूझ रही है और जिले के सांसद डॉ. ढालसिंह बिसेन का कहीं कोई अता पता नहीं है। इसी दौरान 21 अप्रैल को उनकी एक फेसबुक पर की गई पोस्ट से लोगों का गुस्सा भड़क गया है। सांसद डॉ. ढालसिंह बिसेन के फेसबुक वॉल पर लिखा कि ‘सिवनी एवं बालाघाट जिले के वन विभाग के सीसीएफ से दूरभाष पर चर्चा कर सिवनी के छिड़िया एवं बालाघाट के गोंगलई सहित अन्य स्थानों पर अंतिम संस्कार के लिए पर्याप्त मात्रा में लकड़ी उपलब्ध कराने को निर्देशित किया है। जिस पर दोनो अधिकारियों द्वारा सहमति दे दी गई है।’ इस पोस्ट के सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद डॉ. ढालसिंह बिसेन को जमकर ट्रोल किया जा रहा है। लोगों का कहना है कि सांसद महोदय को अपनी पोस्ट में जनता के साथ सहानुभूति जताना था, दवाओं और ऑक्सीजन की आपूर्ति को लेकर बात करना था लेकिन श्मशानघाट में लकड़ियों की चिंता जताकर सांसद ने अपनी असंवेदनशीलता का जो परिचय दिया है, उससे उनकी जिले की जनता के प्रति सोच का पता चलता है। लोगों का कहना है कि भले ही सांसद निधि बंद हो गई हो लेकिन ढालसिंह बिसेन कम से कम ऐसे समय सरकार और प्रशासन से मरीजों के बेड, ऑक्सीजन और दवाओं की व्यवस्था को लेकर चर्चा करते लेकिन वो तो अंतिम तैयारियों की बात कर रहे हैं। हालांकि ट्रोल होने के बाद सांसद ने अपने फेसबुक एकाउंट पर डाली गई पोस्ट हटा दी है, लेकिनतब तक कई लोग पोस्ट के स्क्रीन शॉट डाउनलोड कर विभिन्न व्हाट्सअप ग्रुप में शेयर कर चुके थे। सांसद की जिलेवासियों के प्रति सोच को उजागर किया है।
वहीं विपक्ष को भी सांसद की इस पोस्ट के बाद भाजपा पर हमला करने का अवसर मिल गया है। कांग्रेस ने सांसद की इस पोस्ट पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उनकी यह सोच उनके सरकार और पार्टी के विचारों को बयां करती है। कांग्रेस का कहना है कि केन्द्र और भाजपा सरकार न तो मरीजों को बेड, ऑक्सीजन, जरूरी दवायें उपलब्ध करवा पा रही है और न ही कोरोना से हो रही मौतों को रोकने में कोई ठोस प्रयास कर रही है। कोरोना महामारी से जूझ रही जनता बेड, ऑक्सीजन और जरूरी दवायें नहीं मिलने से बेमौत मरने मजबूर है और उनकी पार्टी के सांसद ऐसे पोस्ट कर आम जनता के प्रति अपनी असंवेदनशीलता दिखा रहे है जिसकी जितनी निंदा की जाए कम है।