बालाघाट, सुनील कोरे। Zee TV के जी5एप (ZEE5) में शाम 7:30 बजे दिखाये जा रहे सीरियल शशी सुमित प्रोक्डशन बैनर के अंडर निर्मित मीत (मीत-बदलेगी दुनिया की रीत) नये TV Show में उपयोग किये गये गोंड, गंवार वाक्य को लेकर बालाघाट (Balaghat) में सर्व आदिवासी समाज ने आपत्ति व्यक्त करते हुए महामहिम राष्ट्रपति, गृह मंत्री भारत सरकार, मध्यप्रदेश के महामहिम राज्यपाल, राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग अध्यक्ष को प्रेषित ज्ञापन में सीरियल के निर्माता, निर्देशक, राईटर और कलाकारों पर मामला दर्ज किये जाने की मांग की है।
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सर्व आदिवासी समाज जिलाध्यक्ष भुवनसिंह कोर्राम ने बताया कि संपूर्ण भारत में गोंड जनजाति की जनसंख्या लगभग 1.13 करोड़ है, और गोंडो की तुलना गंवार, जोकर से सीरियल में उपयोग किये गये वाक्य में किया जाना गोंड जाति के प्रति सार्वजनिक रूप से समाज में घृणा और अपमान की भावना रोपित करता है। जिससे भारत की संपूर्ण गोंड जनजाति अपमानित महसुस कर रही है।
उन्होंने बताया कि मीत नामक सीरियल में गोंड जाति का नाम लेकर अपमानजनक वाक्या दिखाया गया है। जिससे गोंड जाति के लोगों में रोष का माहौल है और हम सभी सीरियल में कहे गये वाक्ये का विरोध करते हैं और मांग करते है कि इस वाक्य को लेकर मामला दर्ज किया जायें। चूंकि संविधान के अनुच्छेद 15(1) में स्पष्ट उल्लेखित है कि लिंग, जाति, धर्म के आधार पर किसी को अपमानित या भेदभाव नहीं किया जा सकता। जबकि सीरियल में गोंड जाति का उपयोग कर अपमानित किया गया है। जिसको लेकर यदि मामला दर्ज नहीं किया जाता है तो इसके खिलाफ पूरा समाज सड़क पर उतरकर आंदोलन के लिए बाध्य होगा। इस दौरान सर्व आदिवासी समाज जिलाध्यक्ष इंजी. भुवनसिंह कोर्राम, जिला पंचायत सदस्य दलसिंह पंद्रे, अधि. कंगनसिंह सहित अन्य सामाजिक लोग मौजूद थे।