Balaghat News: पूर्व सांसद मुंजारे ने विधायक पत्नी अनुभा मुंजारे पर बोला हमला, घर छोड़ देने तक की कही बात, कांग्रेस प्रत्याशी को लिया आड़े हाथ

पूर्व सांसद कंकर मुंजारे ने अपनी पत्नी को कहा कि शर्म करो, लोगों को गुमराह मत करो, वोट अमूल्य होता है। साथ ही कहा कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कहते है कि कंकर मुंजारे को हराओ और अनुभा मुंजारे हंस रही है, खुश हो रही हैं।

Shashank Baranwal
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Kankar Munjare

Balaghat News: सिद्धांत और उसूलों की राजनीति करने की बात करने वाले पूर्व सांसद कंकर मुंजारे ने अपनी ही पत्नी कांग्रेस विधायक अनुभा मुंजारे पर बड़ा हमला बोला है। लोकसभा चुनाव तक उन्हें घर छोड़ देने और घर नहीं छोड़ने पर स्वयं घर छोड़कर चले जाने की बात कही है। उन्होंने कहा कि अनुभा मुंजारे, कांग्रेस का खूब प्रचार करें लेकिन इस वक्त, जब वह स्वयं प्रत्याशी है, चुनाव तक मेरे घर में ना रहे, कहीं और जाकर रहे। वह मेरे घर में रहकर मेरे खिलाफ प्रचार करें, यह संभव नहीं है और यह सिद्धांत और उसूलों के खिलाफ है।

पत्नी अनुभा मुंजारे को लेकर कही यह बात

पूर्व सांसद और बसपा प्रत्याशी कंकर मुंजारे अपनी पत्नी विधायक अनुभा मुंजारे को लेकर कहा कि आज वो जिनका गुणगान कर रही है, वह शायद भूल गई है कि जब नपाध्यक्ष थी, तब भ्रष्टाचार के आरोप लगाकर उनके खिलाफ, भाजपा और कांग्रेस ने ही खाली कुर्सी-भरी कुर्सी का चुनाव कराया था। तब सांसद गौरीशंकर बिसेन और विधायक अशोक सिंह सरस्वार एक ही गाड़ी में विरोध कर रहे थे। उस दौरान चुनाव को हमने ही जिताया था।

शर्म करो, लोगों को गुमराह मत करो- कंकर मुंजारे

पूर्व सांसद एवं बसपा प्रत्याशी कंकर मुंजारे ने यह हमला अपनी विधायक अनुभा मुंजारे के एक सभा में कांग्रेस प्रत्याशी को जिताने की अपील के बाद किया है। उन्होंने कहा कि प्रत्याशी को हटाने के लिए दिल्ली गई और जब मुंह लटकाकर, अपमानित होकर वापस लौटी तो आज उसे ही बढ़िया आदमी बताकर उनके नाम के कसीदे पढ़ रही है और वोट मांग रही है। उन्होंने अपनी पत्नी को कहा कि शर्म करो, लोगों को गुमराह मत करो, वोट अमूल्य होता है। साथ ही कहा कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कहते है कि कंकर मुंजारे को हराओ और अनुभा मुंजारे हंस रही है, खुश हो रही हैं।

कांग्रेस ने बालाघाट में की भाजपा के साथ सांठ गांठ

बसपा प्रत्याशी कंकर मुंजारे ने कहा कि कांग्रेस ने बालाघाट संसदीय क्षेत्र में भाजपा के साथ सांठगांठ कर ली है। उन्होने कहा कि कांग्रेस प्रत्याशी सम्राट सिंह सरस्वार, भाजपा नेता गौरीशंकर बिसेन के कृपा पात्र रहे हैं। चूंकि गौरीशंकर बिसेन की कृपा से ही सम्राट सरस्वार को डेंजर रोड में बायपास बनाने का ठेका मिला था। जिसे भी सम्राट सरस्वार ने घटिया बनाया। एक जनवरी को गौरीशंकर बिसेन के जन्मदिन पर सम्राट जाकर गौरीशंकर बिसेन के पैर पड़ता है और कहता है कि आपको जीतना चाहिए था। इसके बावजूद अनुभा मुंजारे, उनका गुणगान कर रही है, जिससे लगता है कि अनुभा मुंजारे ने, कांग्रेस की घुट्टी ज्यादा ही पी ली है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रत्याशी ठेकेदार सम्राट सिंह सरस्वार ने अपने अधीनस्थ काम करने वाले मजदूरों का पैसा नहीं दिया। जितने भी सड़को के काम उन्हें मिले हैं उस पर काम घटिया स्तर का किया गया। इसकी यदि जांच हो जाए तो वो भ्रष्टाचार में पकड़े जाएंगे।

बालाघाट से सुनील कोरे की रिपोर्ट


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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