कान्हा नेशनल पार्क पहुंचे क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर, सफारी का उठाया आनंद, कर सकते हैं आदिवासियों से वोट की अपील

Atul Saxena
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Sachin Tendulkar reached Kanha National Park MP:  क्रिकेट के भगवान और दुनिया के महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर, पत्नी डॉ. अंजली के साथ दो दिवसीय प्रवास पर कान्हा पहुंचे है। 24 अक्टूबर को रात्रि विश्राम के बाद सचिन और उनकी पत्नी ने आज 25 अक्टूबर को मुक्की गेट से कान्हा जंगल सफारी से देश और दुनिया में प्रसिद्ध कान्हा के टाइगर्स का दीदार करने निकले। इस दौरान वह मस्ती के मूड में नजर आए। उनके साथ पत्नी डॉ. अंजली तेंदुलकर के अलावा कान्हा प्रबंधन के अधिकारी एवं गार्ड भी मौजूद थे। उम्मीद की जा रही है कि सचिन अपने इस टूर में आदिवासी मतदाताओं से मुलाकात कर उनसे वोट करने की अपील भी कर सकते हैं।

कान्हा नेशनल पार्क पहुंचे क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर, सफारी का उठाया आनंद, कर सकते हैं आदिवासियों से वोट की अपील

 

देश विदेश के सैलानियों के आकर्षण का केंद्र है कान्हा नेशनल पार्क 

बताया जा रहा है कि  सचिन तेंदुलकर दो दिनों तक कान्हा में ठहरेंगे और लगभग तीन से चार बार वह सफारी करेंगे। कान्हा में सांसद और क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के आगमन से कान्हा प्रबंधन भी उत्साहित है। आपको बता दें कि बालाघाट और मंडला जिले की सीमाओं से लगे सतपुड़ा के वादियों के बीच कान्हा राष्ट्रीय उद्यान अपनी हरितिका और वन्यप्राणियों की बहुलता के कारण ना केवल देश बल्कि विदेशो में भी एक अलग पहचान रखता हैं, बल्कि सैलानियों को भी आकर्षित करता है। यही कारण है कि अक्टूबर में पार्क के प्रारंभ होते ही यह सैलानियों का जमावड़ा दिखाई देता है।

कान्हा नेशनल पार्क पहुंचे क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर, सफारी का उठाया आनंद, कर सकते हैं आदिवासियों से वोट की अपील

 

खुले घास के मैदान पर कुलांचे मारते दिखाई देते हैं हिरन, बारहसिंघा, सांभर, चीतल  

देश और विदेश से बड़ी संख्या में सैलानी कान्हा राष्ट्रीय उद्यान पहुंचते है और स्वयं को प्रकृति के बीच आनंदित महसूस करते हैं। यहां की प्राकृतिक सुंदरता और वास्तुकला के लिए विख्यात कान्हा पर्यटकों के बीच हमेशा ही आकर्षण का केन्द्र रहा है। कान्हा जीव जन्तुओं के संरक्षण के लिए विख्यात है। यह अलग-अलग प्रजातियों के पशुओं का घर है। जीव जंतुओं का यह पार्क 940 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला है। कहा जाता है कि रूडयार्ड किपलिंग की प्रसिद्ध किताब और धारावाहिक जंगल बुक की भी प्रेरणा इसी स्‍थान से ली गई थी। एक और बात, इस उद्यान को खास बनाती है वह है लगभग विलुप्‍त हो चुकी बारहसिंहा की प्रजातियां यहां के देखने को मिलती है। यहां की सबसे बड़ी विशेषता खुले घास के मैदान हैं जहां काला हिरन, बारहसिंहा, सांभर और चीतल को एक साथ देखा जा सकता है। बांस और टीक के वृक्ष इसकी सुंदरता को और बढ़ा देते हैं।

आदिवासी मतदाताओं से वोट अपील कर सकत हैं सचिन  

उधर नेशनल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राज्य सभा सांसद एवं क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर जिले में आदिवासी मतदाताओं से मतदान की अपील भी कर सकते हैं। दो दिवसीय भ्रमण पर सपत्नीक कान्हा पहुंचे क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर से जिला प्रशासन ने आम चुनाव को देखते हुए जिले के मतदाताओं से मतदान की अपील करने के लिए उनका समय मांगा था, चूंकि इस विषय को लेकर अब तक प्रशासन की क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर से सीधी बात नहीं हो सकी है लेकिन प्रशासन उनसे हामी को लेकर प्रयासरत है। उम्मीद जताई जा रही है कि 26 अक्टूबर को सांसद एवं क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर का समय मिलते ही जिला प्रशासन कान्हा क्षेत्र के ग्राम पंचायत गुदमा में बैगा हाट के बूथ लगमा मतदान केंद्र में क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर से मतदाताओं को मतदान करने की शपथ दिला सकते हैं ।

बालाघाट से सुनील कोरे की रिपोर्ट 


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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