बालाघाट, सुनील कोरे| बालाघाट पुलिस (Balaghat Police) को 17 सितंबर को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। बालाघाट पुलिस ने मध्यप्रदेश सहित छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में 12 लाख के ईनामी नक्सली (naxalite) खटिया मोचा नक्सली दलम के कमांडर बादलसिंह मरकाम को गिरफ्तार किया है। जिसके पास से पुलिस ने भोजन सामग्री के अलावा एक वॉकी टॉकी बरामद की है। जबकि तालाब में गिरी उसकी पिस्टल को पुलिस खोज रही है। नक्सलियों को पकड़कर अपने साथ ला रही पुलिस और हॉकफोर्स की पार्टी पर साथी को छुड़ाने के लिए 25 से 30 की संख्या में जंगलो में मौजूद नक्सलियों ने एके-47 से फायरिंग भी की, जिसका भी बालाघाट पुलिस ने मुंहतोड़ जवाब देते हुए न केवल पूरी टीम को सुरक्षित किया अपितु पकड़ाये ईनामी नक्सली को भी नक्सलियों की फायरिंग के बीच से सुरक्षित बचाकर लाई।
पुलिस की मानें तो पकड़ाया गया नक्सली विस्तार दलम-2 का सक्रिय सदस्य होने के साथ ही वर्तमान में खटिया मोचा नक्सली दलम का नेतृत्वकर्ता है। जिसके जीवित पकड़ाये जाने से नक्सलियों को लेकर पुलिस को कई अहम जानकारी प्राप्त हो सकती है। बालाघाट पुलिस ने नक्सलियों की मांद में घुसकर नक्सली दलम के बड़े नक्सली को गिरफ्तार कर उनकी कमर तोड़ दी है।
मिली जानकारी अनुसार बालाघाट पुलिस को लगातार सूचना मिल रही थी कि नक्सलियों की शरणस्थली बालाघाट जिले के जंगलो में नक्सली पनाह ले रहे है और यहां ग्रामीण क्षेत्रो में अपना विस्तार करने में लगे है। बालाघाट पुलिस के पास यह भी इनपुट था कि लगभग 100 की संख्या में छत्तीसगढ़ से नक्सली बालाघाट के जंगलो में डेरा डाले बैठे है और मीटिंग कर रहे है। जिसके बाद बालाघाट पुलिस लगातार जिले के जंगलो में सर्चिंग कर रही थी। 17 सितंबर को पुलिस को सूचना मिली थी कि मलाजखंड थाना अंतर्गत बांधाटोला मंे नक्सली सामान खरीदने आये है, जिसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में पुलिस अधीक्षक अभिषेक के नेतृत्व में बैहर एसडीओपी, मलाजखंड थाना प्रभारी और हॉकफोर्स की टीम ने बांधाटोला में सामान लेने पहुंचे ग्रामीण वेशभूषा में दो नक्सलियों की घेराबंदी की। जो पुलिस की आहट पाकर भागने लगे, जिनका पुलिस और हॉकफोर्स की टीम ने दौड़कर पीछा किया। इस दौरान एक नक्सली पकड़ा गया। जबकि दूसरा नक्सली जंगल की ओर भागने में सफल रहा।
जिसकी शिनाख्त खटिया मोचा नक्सली दलम के नेतृत्वकर्ता बादलसिंह मरकाम के रूप में हुई। जिस पर छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश शासन द्वारा कुल 12 लाख का ईनाम घोषित किया है। जो बालाघाट पुलिस की नक्सली उन्मूलन में एक बड़ी सफलता है। घटना की जानकारी मिलने के बाद जिला मुख्यालय से आईजी बैहर पहुंचे और पूरी टीम को बधाई देते हुए घटनाक्रम और ईनामी नक्सली के मामले की जानकारी मीडिया को दी।
स्पेशल ऑपरेशन में पकड़ा गया ईनामी नक्सली-आईजी व्यंकेटेश्वरराव
बालाघाट पुलिस द्वारा पकड़े गये 12 लाख के ईनामी नक्सली को लेकर बैहर में आयोजित प्रेसवार्ता में आईजी के.पी. व्यंकेटेश्वरराव ने बताया कि पकड़ाये गये नक्सली बादलसिंह मरकाम पर छत्तीसगढ में 5 लाख का ईनाम़, महाराष्ट्र में 4 लाख का ईनाम और मध्यप्रदेश में 3 लाख का ईनाम है। जिसे मुखबिर की सूचना के बाद आज बालाघाट पुलिस ने जान पर खेलकर गिरफ्तार किया है। पुलिस के पास लगातार सूचना आ रही थी कि छत्तीसगढ़ से 100 की संख्या मंे नक्सली बालाघाट के जंगलो में घुसे है और गांवो में नक्सली दलम का विस्तार करने के लिए मीटिंग कर रहे है। आज सुबह फिर एक सूचना मुखबिर से मिली थी कि बांधाटोला में दो नक्सली सामान खरीदने आ रहे है, जिसके बाद पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी के नेतृत्व में बैहर एसडीओपी, मलाजखंड थाना प्रभारी और हॉकफोर्स की टीम ने एक स्पेशल ऑपरेशन लांच किया गया। जिसमें सादे वेश में सामान लेने गांव आये नक्सलियों को टीम ने पकड़ने का प्रयास किया, लेकिन वह पुलिस को देखकर भागने लगे। इस दौरान तालाब में कूदे ईनामी नक्सली बादल को बालाघाट पुलिस ने पकड़ा। जिसे लेकर आते समय जंगल में छिपे नक्सलियों ने पुलिस पार्टी पर फायरिंग की। जिसका जवाब भी पुलिस टीम ने देते हुए स्वयं एवं पकड़ाये गये नक्सली को सुरक्षित बचाकर ले आये। जिसमें एक नक्सली भागने में कामयाब रहा।
खटिया मोचा नक्सली दलम का नेतृत्वकर्ता है बादल-एसपी अभिषेक तिवारी
पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी ने बताया कि बीते नक्सली मुठभेड़ के बाद पुलिस ने अपना स्टाईल बदल दिया है, अब वह ग्रामीण वेशभूषा में आ रहे है, आज भी जब नक्सली बांधाटोला आये थे, वह ग्रामीण वेशभूषा में थे। जिनका पीछा कर रही पुलिस टीम को कभी यह भी लग रहा था कि यह ग्रामीण तो नहीं, बावजूद इसके उनके लगातार भागते रहने पर पुलिस ने उनका पीछा किया और विस्तार दलम-2 मंे सक्रिय एवं वर्तमान में खटिया मोचा नक्सली दलम का नेतृत्व कर रहे 12 लाख के ईनामी नक्सली बादल मरकाम को गिरफ्तार किया। जिसके पास से राशन की सामग्री और एक वॉकी टॉकी मिला है। जिसका टेक्निकली परीक्षण किया जायेगा। एक पिस्टल जो नक्सली के तालाब में कूदते समय गिरी है, उसे भी तलाश किया जा रहा है। इस दौरान 25-30 की संख्या में जंगलो में मौजूद नक्सलियों ने अपने साथी को छुड़ाने पुलिस पार्टी पर फायरिंग भी की, जिसका पुलिस पार्टी ने मुंहतोड़ जवाब देकर स्वयं और नक्सलियों को सुरक्षित बचाया है।
जंगलो में मिले एके-47 के खाली राउंड, नक्सली के आहत होने की संभावना
इस वारदात के बाद पुलिस ने जंगल में सर्चिंग के लिए 6 सुरक्षाबलों की पार्टी रवाना की है। पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी की मानें तो नक्सली को लाते समय पुलिस की ओर से हुई फायरिंग में किसी नक्सली के आहत होने की भी संभावना है, जंगल में सर्चिंग कर रही पुलिस टीम को जंगल में एके-47 के खाली खोके भी मिले है। पुलिस लगातार सर्चिंग कर रही है और नक्सलियों को खोजने में लगी है।