बालाघाट, सुनील कोरे| बालाघाट (Balaghat) के लांजी थाना के देवरबेली चौकी अंतर्गत प्रधानमंत्री सड़क विकास प्राधिकरण की निगरानी में आरसीपीएलडब्लूई योजना अंतर्गत देवरबेली से मालकुंआ के बीच बनाये जा रही सड़क में लगे तीन वाहनों को बीते 30 जनवरी की रात लगभग 10-11 बजे के दरमियान 10 से 12 की संख्या में पहुंचे पुरूष और महिला सशस्त्र नक्सलियों ने आग के हवाले कर दिया। जिससे तीनो वाहन पूरी तरह से जल गये है, घटनास्थल पर वाहन का केवल ढांचा खड़ा है। इस दौरान नक्सलियों ने पर्चे भी फेंके है। विगत काफी समय से बैकफुट पर खड़े नक्सलियों (Naxalite) ने इस वारदात से पुलिस को अपनी उपस्थिति का अहसास करा दिया है।
हालांकि यह साफ नहीं हो सका है कि किस दलम के नक्सलियों ने इस घटना को अंजाम दिया है, जिसको लेकर जिले में उस क्षेत्र में सक्रिय टांडा और मलाजखंड दलम पर आशंका जाहिर की जा रही है। नक्सलियों द्वारा ट्रक और दो ट्रेक्टरों के जलाये जाने की घटना के बाद से जहां गांव और सड़क निर्माण में लगे मजदूरों में दहशत का माहौल है, जबकि पुलिस भी अलर्ट हो गई है। घटना में ट्रक और दो ट्रेक्टरों के जलाये जाने से ठेकेदार दिलीप पटेल के अनुसार 60 लाख रूपये का नुकसान पहुंचा है। वहीं घटना के बाद बालाघाट पुलिस ने पूरे जिले में अलर्ट जारी कर नक्सलियों की तलाश शुरू कर दी है, जिसके लिए पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी के अनुसार तीन सर्चिंग पार्टी को जंगलो में नक्सलियों की तलाश के लिए भेजा गया है। बताया जाता है कि घटना में जलाये गया ट्रक क्रमांक सीजी 04 एमएच 1428 किसी उकवा निवासी मनोज अग्रवाल है कि जबकि दो ट्रेक्टर राजस्थानी लोगों के है।
10 से 12 की संख्या में थे सशस्त्र नक्सली
घटना के प्रत्यक्षदर्शी ट्रक कर्मी बैहर थाना अंतर्गत छिंदीटोला निवासी अजय और ट्रेक्टर चालक राजस्थान निवासी नाथुदास और गिरधारी ने बताया कि लगभग 10-11 बजे के बीच 10 से 12 की संख्या में सशस्त्र नक्सली पहुंचे थे। जिसमें तीन महिला नक्सली और बाकी अन्य पुरूष नक्सली थे। हम उस वक्त खाना की तैयारी कर रहे थे। जिसमें उन्होंने पूछा कि तुम कौन है, जिस पर हमारे द्वारा चालक होने की जानकारी देने पर हमें चले जाने कहा और एक केन लेकर आये, जिससे तेल छिड़कर उन्होंने वाहनों को आग के हवाले कर दिया। बताया जाता है कि ट्रक में सड़क निर्माण के लिए सीमेंट लेकर ट्रक वहां पहुंचा था। जिसमें से लगभग 300 बोरी सीमेंट खाली कर लिया गया था, जबकि लगभग 300 बोरी और खाली किया जाना था। इससे पहले ही सशस्त्र नक्सलियों ने वाहनों को आग लगाकर फूंक दिया।
नक्सलियों ने फेंक पर्चे
बताया जाता है कि सड़क निर्माण के 8 किलोमीटर की दूरी पर सशस्त्र नक्सलियों ने वाहनो में आगजनी करने के बाद नक्सली पर्चे भी फेंके है। जिसमें नक्सलियों ने अपनी बात कही है। हालांकि पर्चे सामने नहीं आये है। जिससे पता चल सकें कि नक्सलियों ने पर्चे में क्या कहा है? हालांकि पुलिस ने नक्सली पर्चे मिलने की पुष्टि की है।
60 लाख रूपये का नुकसान
बताया जाता है कि प्रधानमंत्री सड़क विकास विभाग की देखरेख में बनाये जा रहे लगभग 15.800 मीटर सड़क निर्माण का कार्य आरसीपीएलडब्लूई योजना अंतर्गत देवरबेली से मालकुंआ के बीच किया जा रहा है। जिसका ठेका रायपुर निवासी संजय अग्रवाल को है, जिसमें उनके सहयोगी दिलीप पटेल द्वारा वाहन लगाये गये थे। रात लगभग 10-11 बजे के बीच पहुंचे सशस्त्र नक्सलियों ने सुपरवाईजर और वाहन चालक एवं क्लिनर को भगाकर और उनके मोबाईल को छिनकर वाहनों को आग लगा दी। नक्सलियों द्वारा वाहनों को जलाये जाने से लगभग 60 लाख रूपये का नुकसान की बात ठेकेदार के सहयोगी ठेकेदार दिलीप पटेल ने कही है।
तीन टीम को सर्चिंग के लिए किया गया रवाना
घटना के बाद बालाघाट पुलिस अलर्ट दिखाई दी। पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी ने बताया कि घटना की जानकारी के बाद पूरे जिले को अलर्ट कर दिया गया है और घटना के बाद फरार नक्सलियों की तलाश के लिए तीन पार्टियों को सर्चिंग के लिए रवाना किया गया है। संभवतः सामने आये नक्सलियों के अलावा उनके पीछे भी और नक्सली होंगे। यह वारदात टांडा और मलाजखंड दलम के नक्सलियों द्वारा किये जाने की संभावना है, मामले की जांच की जा रही है।