भोपाल। मध्य प्रदेश में नए साल में कमलनाथ सरकार आने वाले दिनों में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल कर सकती है। नए साल में कई विभागों को नए विभागाध्यक्ष मिलेंगे। नए मुख्यसचिव व नए विभागध्यक्षों के नामों की भी चर्चा शुरू हो गई है। नए साल में प्रशासन के लिए बहुत कुछ नया होने की उम्मीद है। प्रदेश के विकास को गति देने की जिम्मेदारी नए साल में नए अफसरों के कंधे पर होगी।
दरअसल, प्रदेश के मुख्य सचिव एसआर मोहंती 31 मार्च को रिटार्य हो रहे हैं। अब इन तीन महीनों में ही नए सीएस के नाम पर मंथन शुरू हो गया है। सूत्रों के मुताबिक सीएम ऐसे किसी अफसर की तलाश में हैं जो उनके साथ कदम ताल कर सके। सीएस के दावेदारों में आईएएस 1984 बैच के अधिकारी अपर मुख्यसचिव वन एपी श्रीवास्तव, 1985 बैच के अधिकारियों में प्रभांशु कमल, इकबाल सिंह बैंस, एम गोपाल रेड्डी व केके सिंह शामिल हैं। लेकिन ऐसी अटकलें हैं कि गोपाल रेड्डी और इकबाल सिंह बैंस में से किसी को सीएस बनाया जा सकता है।
वहीं, दूसरी ओर महानिदेशक प्रशासन अकादमी गौरी सिंह ने एक जनवरी 2020 से वीआरएस मांगा है। वीआरएस का आवेदन भी केंद्र सरकार को भेज दिया गया है। गौरी सिंह के वीआरएस के बाद माहनिदेशक प्रशासन अकादमी के पद पर नए अधिकारी की पदस्थापना की जाएगी। जैसा की संभावना है एम गोपाल रेड्डी को मुख्य सचिव बनाया जा सकता है। ऐसा होता है तो फिर एपी श्रीवास्तव, प्रभांशु कमल और इकबाल सिंह बैंस की पदस्थापना मंत्रालय के बाहर की जाएगी।
प्रदेश के इतिहास में पहली बार 2020 में डीजी वेतनमान के 6 अफसर सेवानिवृत होंगे। ये अधिकारी हैं स्पेशन डीजी चयन व भर्ती केएन तिवारी, डीजी लोकायुक्त अनिल कुमार, पुलिस हाउसिंग बोर्ज के अध्यक्ष डॉ. शैलेंद्र श्रीवास्तव, स्पेशल डीजी सायबर सेल राजेंद्र कुमार, स्पेशल डीजी पुलिस सुधार एमएस गुप्ता व स्पेशल डीजी पीटीआरआई महान भारत शामिल हैं। इसा मतलब है छह पदों पर नए अधिकारियों की पदस्थापना की जाएगी। लोकायुक्त को भी नया डीजी मिलेगा।