Balaghat News : मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले से मानवता को शर्मशार करने वाली घटना सामने आई है। जहां तिरोड़ी थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत हीरापुर के जंगली क्षेत्र में तालाब से बहने वाले पानी के नाली में नवजात बालक मिला। मामले में गांव के सरपंच ने तत्परता दिखाई और आनन- फानन में उसे अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों द्वारा उसका इलाज जारी है।
सरपंच ने दी ये जानकारी
सरपंच इंद्रपाल पटले के मुताबिक, गांव के जंगल की ओर बकरियां चराने वाले को बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी। जब उसने देखा तो तालाब से बहकर खेतों की ओर आने वाले पानी के लिए बनाई गई नाली में नवजात के हाथ पैर डूबे थे लेकिन चेहरा पानी से थोड़ा ऊपर था। जिसकी जानकारी मिलने के बाद ग्रामीणो के साथ मैं वहां पहुंचा तो देखा कि बच्चे का शरीर ठंडा पड़ा था और उसकी सांस चल रही थी। तब तत्काल ही वहां बच्चे की सरसों तेल से मालिश कर उसे तिरोड़ी अस्पताल लाया गया।
जंगल के आसपास किया गया सर्च
आगे इंद्रपाल पटले ने बताया कि हमें ऐसी आशंका हुई कि किसी महिला ने बच्चे को नाली में डालकर आत्महत्या कर ली होगी। इसी आशंका पर हमने ग्रामीणों के साथ पूरे जंगल के आसपास सर्च भी किया लेकिन कोई नहीं मिला। सरपंच ने बताया कि बच्चा लगभग दो माह का है जो कपड़े पहना था। फिलहाल, नवजात का तिरोड़ी अस्पताल में इलाज चल रहा है।
मामले की जांच में जुटी पुलिस
वहीं, घटना की सूचना पुलिस थाने में दी गई है। सूचना पाते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई है और आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है। अब देखना है कि आखिर वह कौन है? जिसने नवजात को मरने के लिए तालाब के बहते पानी की नाली में उसे फेंक गया।
बालाघाट से सुनील कोरे की रिपोर्ट