ब्लड टेस्ट हुआ नहीं और दे दी जांच रिपोर्ट, मरीज के परिजनों ने किया हंगामा

बड़वानी, बाबूलाल सालंग। शहर में कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। कोरोना से निपटने के लिए प्रशासन भी सख्त कदम उठा रहा है। लेकिन कई निजी अस्पताल कोरोना के इलाज के नाम पर मरीजों को लूटने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं और जिम्मेदार अधिकारी भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया है जहां बिना ब्लड सेंपल लिये ही मरीज की जांच रिपोर्ट दे दी गई।

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ऐसा ही एक मामला शनिवार को देखने को मिला जब नगर से करीब 7 किमी दूर गांव रतनपुर की एक महिला को फेफड़ों में इंफेक्शन होने की शिकायत पर नावघाटखेड़ी स्थित दादा दरबार अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल में ममता बाई का सीटी स्कैन किया गया जिसमें 25 से 30 प्रतिशत इंफेक्शन होने की बात सामने आई। इसके बाद 4800रूपए के दो इंजेक्शन भी लगाए गए। अस्पताल प्रबंधन ने शनिवार सुबह ब्लड सहित अन्य जांचों के 4100 रूपए जमा करवाए। मरीज के परिजन संजय परिहार ने बताया कि अस्पताल में मौजूद कर्मचारी ने कहा कि कुछ जांच करना है इसलिए ब्लड लेना है। इसके बाद काउंटर पर ब्लड टेस्ट के लिए रूपए जमा करवाने गया। जब 10 मिनिट बाद वो लैब में पहुंचा तो वहां मौजूद स्टॉफ ने कहा कि जांच रिपोर्ट आ गई है। जबकि तब तक मरीज का कोई ब्लड सैंपल लिया ही नहीं गया था। तो बिना ब्लड सेंपल लिये आखिर रिपोर्ट कैसे आ गई। इसके बाद मरीज के परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया।


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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