बैतूल, वाजिद खान। बैतूल (Betul) में आयुष्मान कार्डधारी (Ayushmaan card) गरीब मरीजों का इलाज एक जिला चिकित्सालय(District hospital) में पैसे देने के बाद हो रहा था। मामले का खुलासा उस वक्त हुआ जब ऐसा ही एक मामला सामने आया है पीड़ित मरीज कैलाश बड़ौदे का। 27 साल के कैलाश भीमपुर(Bhimpur) विकासखंड के गुरु ढाना(Gurudhana) गांव के रहने वाले हैं। हर्निया से पीड़ित कैलाश अपना ऑपरेशन कराने के लिए जिला चिकित्सालय (District hospital) में 21 अक्टूबर को भर्ती हुए थे। कैलाश दर्द से कराहते रहे लेकिन उनका 3 दिन तक ऑपरेशन नहीं हुआ।
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मरीज कैलाश का आरोप है कि डॉक्टर धाकड़ ने हर्निया के ऑपरेशन के लिए उनसे 3 हजार रुपये मांगे। गरीब होने के कारण वह उनकी मांग पूरी नहीं कर पाए लेकिन डॉक्टर धाकड़ ने बोला कि “ढाई हजार रुपए लगेंगे और जब तक पैसे नहीं दोगे तब तक ऑपरेशन नहीं होगा” कैलाश ने अपने चाचा की मदद से 2 हजार रुपये का इंतजाम किया और डॉक्टर धाकड़ को ऑपरेशन थिएटर में 2 हजार रुपये दिए तब उनका 23 अक्टूबर को ऑपरेशन हुआ । आयुष्मान कार्डधारी होने की वजह से कैलाश को इलाज और दवाई फ्री मिलनी थी, लेकिन उन्हें कुछ दवाई बाजार से भी खरीदनी पड़ी । कैलाश ने इस मामले की शिकायत अधिकारियों से की और मामले की जांच शुरू हो गई है ।
बताया जा रहा है कि सिर्फ कैलाश का ही मामला नहीं है जब बैतूल सीएमएचओ (chief medical and health officer) डॉ एके तिवारी ने जिला चिकित्सालय के सर्जिकल वार्ड (surgical ward) में पहुंचकर और भी मरीजों से बात की तो सब्जी बेचने वाले कुंवर लाल रैकवार जिनका भी हर्निया का ऑपरेशन हुआ है । कुंवर लाल ने भी आरोप लगाया है कि ऑपरेशन होने के बाद रमेश मालवी नमक कर्मचारी बार-बार पैसे मांग रहा है। बताया कि उनके पास पैसे नहीं थे क्योंकि कुछ दवाइयां उन्हें बाजार से भी खरीदनी पड़ी। मरीज कुंवर लाल का कहना है कि शिकायत के बाद डॉ रंजीत राठौर ने आकर मरीजों को बोला कि अगर ऐसी शिकायत करोगे तो हम ऑपरेशन नहीं करेंगे और भोपाल (Bhopal) रेफर करेंगे ।
मामले की जांच कर रहे सीएमएचओ (CMHO) डॉ एके तिवारी का कहना है कि आयुष्मान योजना (Ayushmaan yojna)के तहत मरीजों को 50 हजार रुपये तक का इलाज फ्री मिलता है। जिला चिकित्सालय में भर्ती आयुष्मान कार्ड धारी मरीजों ने शिकायत की है कि सर्जिकल स्पेशलिस्ट (surgical specialist) डॉक्टर धाकड़ ने उनसे ऑपरेशन के लिए पैसे लिए हैं और दवाइयां भी बाजार से मंगवाई है। कैलाश बडौदे के अलावा कुछ और मरीजों ने भी इस बात की पुष्टि की है कि कुछ से पैसे लिए गए हैं और कुछ से पैसे मांगे गए हैं इस पूरे मामले की जांच गंभीरता से की जा रही है।
जिला चिकित्सालय (District hospital)में पदस्थ सर्जिकल स्पेशलिस्ट (surgical specialist) डॉ प्रदीप धाकड़ ने पैसे लेने की बात को लेकर कहा कि “मुझे याद नहीं है अगर ऑपरेशन थिएटर में कोई सामान लग रहा होगा तो उसके लिए पैसे लिए गए होंगे शिकायत तो होती रहती है मैंने किसी से पैसे नहीं लिए हैं” । इसी तरह दूसरे सर्जिकल स्पेशलिस्ट (Surgical specialist) डॉक्टर रंजीत राठौर ने भी उन पर लगे आरोप आरोप खारिज करते हुए कहा कि हमने गंभीर मरीजों को रेफर करने की बात की थी।