बैतूल,वाजिद खान। महिला आयोग के नाम पर अडीबाजी का सनसनीखेज मामला बैतूल से सामने आया है । जहां खुद को महिला आयोग का पदाधिकारी बताने वाली दो महिलाओं को पुलिस ने गिरफ्तार किया है । ये महिलाये खुद को महिला आयोग से जुड़ा बताकर एक स्वास्थ्य कर्मी को ब्लैकमेल कर रही थी । पुलिस ने महिलाओं को 10 हजार की रकम लेते रंगे हाथ गिरफतार कर कोर्ट में पेश किया है।जहां से उन्हें पूछताछ के लिए दो दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है।
बताया जा रहा है कि बैतूल गंज इलाके में रहने वाले स्वास्थ्य कर्मी राजेश यादव का उनके पड़ोसी परिवार से मकान की पुताई को लेकर विवाद चल रहा था। जिसकी शिकायत पड़ोसियों ने इन महिलाओं से की। खुद को संस्था मानव अधिकार एवं सामाजिक आयोग दिल्ली से जुड़ी बताने वाली शीतल जायसवाल और उसके पुत्र ने राजेश यादव से बात की और उसे महिला प्रताड़ना मामले में उलझाने, गिरफ्तार कराने की धमकी देना शुरू कर दिया। यहां तक कि इस मामले को सुलझाने के लिए एक लाख रुपये की मांग कर डाली।
जब राजेश को यह मामला अडीबाजी का लगने लगा तो उसने बैतूल एसपी से मदद की गुहार लगाई जिसके बाद आरोपी महिलाओ को अडीबाजी की रकम दिया जाना तय किया गया। पुलिस ने इस मामले में बैतूल एसडीओपी नितेश पटेल के नेतृत्व में दो टीआई की टीम बनाई और फिर इस जाल को बुनते हुए महिलाओ को रंगे हाथों धर दबोचा। पुलिस ने शीतल जायसवाल ,प्रिया नरूला और पृथ्वीराज जायसवाल के खिलाफ धारा 384 के तहत प्रकरण दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है।