Betul Bull Hanged : बैतूल के मुलताई क्षेत्र की पाबल में सामने आए एक मामलें ने सबको चौंका दिया है, यहाँ सींग मारने वाले एक बैल को ग्रामीणों ने फांसी की सजा देने का फैसला किया और बाकायदा इसकी तैयारी भी कर डाली, ग्रामीणों का बैल पर आरोप था कि यह बैल लोगों को सींग मार कर चोटिल करता था। तीन दिन में उसने पांच लोगों को टक्कर मारकर घायल कर दिया। इसकी शिकायत ग्रामीणों ने पंचायत में की लेकिन जब पंचायत ने बैल काे नहीं पकड़ा तो ग्रामीणों ने खुद ही उसे पकड़कर फांसी पर लटकाने का फैसला लिया, इसके बाद ग्रामीण एकत्रित हुए और उन्होंने उसे पकड़ लिया इसके बाद ग्रामीणों ने बैल के हाथ पैर बांधकर उसके मुहँ में कपड़ा भर दिया और उसे फांसी लगाने की कोशिश करने लगे, इसी बीच इसकी सूचना श्रीराम सेना के युवाओं को मिली, सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचकर युवकों ने बैल की जान बचाई।
ग्रामीणों का आरोप
ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने इस लावारिस बैल को लेकर पंचायत में शिकायत की थी, लेकिन पंचायत ने कुछ नहीं किया। जिसके बाद इस बैल को फांसी लगाना पड़ रही थी। ग्रामीणों का कहना है कि यह बैल बुजुर्गों एवं बच्चों को सींग मारकर चोटिल कर रहा था। ग्रामीणों ने पंचायत से कहा था कि बैल को पकड़कर गांव से बाहर छोड़ा जाए। शुक्रवार सुबह ग्रामीणों ने बैल को घेरकर पकड़ लिया था। उसे चौराहे पर फांसी लगाई जा रही थी, उसके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया गया था। पैरों को रस्सी से बांध दिया था। गले में रस्सी का फंदा डालकर उसे भी कस दिया था, ग्रामीण बैल के गले में फंदे कसने ही वाले थे कि इसी बीच श्रीराम सेना के युवक मौके पर पहुँच गए और उन्होंने ग्रामीणों को रोका और बैल को उनकी गिरफ्त से आजाद करवाया।
हैरान करने वाले इस वाकये को जिसने भी सुना हैरान रह गया, श्रीराम सेना के सदस्य अश्विन बरई का कहना है कि उन्हें जैसी ही जानकारी मिली की बैल को फांसी लगाई जा रही है, वह अपने साथी के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों से उस बैल की जान बचाई। जो बैल को फांसी लगा रहे थे उन्हें देखकर भाग गए। अश्विन बरई ने बताया कि मनोहर पाण्डे, संजू राठौर, यादोराव खाड़े सहित अन्य लोग बैल को फांसी लगा रहे थे। पुलिस अब इस मामलें में शिकायत के बाद जांच की बात कह रही है।