बैतूल, वाजिद खान। देश में सोलर विलेज (Solar Village) के नाम से पहचान बना चुके मध्य प्रदेश के बैतूल के ग्राम बाचा में कोरोना संक्रमण (Covid-19) को रोकने के लिए ग्रामीणों ने जनता कर्फ्यू लगाकर प्रवेश मार्ग पर नाकाबंदी कर दी। ग्रामीणों ने एकजुटता से निर्णय लेकर बाहरी लोगों के प्रवेश पर जहां पाबंदी लगा दी है। ग्रामीणों के इस प्रयास को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने सराहा है और नाकाबंदी वाली फोटो ट्वीट की है।
यह भी पढ़ें:-सूर्या रोशनी पहुंचे कोविड प्रभारी मंत्री, ऑक्सीजन के लिए दंडवत प्रणाम कर जताया आभार
बैतूल का बाचा गांव जागरूकता में अव्वल है, यही कारण है कि इसे आदर्श ग्राम की उपाधि मिली है। इस गांव के ग्रामीणों ने कोरोना से बचने के लिए खुद ही जनता कर्फ्यू लगा दिया है और बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी है। वहीं गांव के लोगों को भी बाहर अतिआवश्यक कार्य से ही बाहर निकलने दिया जा रहा है। ग्रामीणों को जरूरत की सामग्री उपलब्ध कराने के लिए युवाओं की एक टीम बना दी गई है जो हर घर में पहुंचकर संपर्क कर रही है। बाजार से जरूरत का सामान लाने के लिए दो युवाओं को जिम्मेदारी दी गई है और वे ही सब कुछ मुहैया करा रहे हैं। ग्रामीणों के इस प्रयास को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने भी सराहा और गांव के प्रवेश मार्ग पर की गई नाकाबंदी की फोटो ट्वीट की है।
यह भी पढ़ें:-एक और बीजेपी विधायक का कोरोना से निधन, सीएम ने जताया शोक
ग्रामीणों ने 21 अप्रैल को आम सहमति बनाई और उसके बाद प्रवेश मार्ग पर नाकाबंदी कर दी गई। एक बैनर भी लगा दिया गया है जिस पर लिखा गया है कि गांव में बाहरी लोगों का प्रवेश बंद है। निगरानी करने के लिए गांव के ही युवाओं के द्वारा दिन और रात के वक्त की जिम्मेदारी भी ली गई है। ग्राम के देवसू कवड़े ने बताया कि इस पहल को ग्राम पंचायत के द्वारा भी बेहद सराहा गया है। गांव में अब तक कोरोना की दस्तक नहीं हुई है और आने वाले समय में भी कोई इस बीमारी की चपेट में न आ सके इसके लिए बाहरी लोगों का प्रवेश पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा की गई जनता कर्फ्यू की अपील पर ग्रामीणों ने निर्णय लिया है। हर गांव और नगर को यह निर्णय लेकर कोरोना का संक्रमण रोकने का प्रयास करना होगा। प्रशासन भी इन ग्रामीणों की सराहना कर रहा है ।