बैतूल, वाजिद खान। “हम इंडियन है और प्राउड फील हो रहा है कि हम वैक्सीनेटेड हैं।” 23 साल की नीलोफर कुरैशी अपने हाथ पर लगा ठप्पा दिखाते हुए बेहद खुश नजर आती हैं। ये वो तस्वीर है बैतूल के हर उस केंद्र पर नजर आयी जहां कोविड 19 वैक्सीनेशन हो रहा था। खास बात यह है कि हर केंद्र पर वैक्सीन लगवाने वाले व्यक्ति को लगाए जा रहे आई एम वैक्सीनेटेड की सील ने वैक्सीनेशन को लेकर लोगों का रुझान बढ़ा दिया।
जिले के सभी 277 वैक्सीनेशन सेंटर पर वैक्सीन लगवाने वालों को अपने हाथ पर वैक्सीनेशन की तस्दीक करने वाला स्टांप। इस स्टैंप को स्वास्थ्य विभाग अपने प्रचार अभियान की तरह इस्तेमाल कर रहा है ताकि लोगो में वैक्सीनेशन को लेकर जागरूकता आये। बुधवार दोपहर 12.30 बजे तक ही कई केंद्रों पर उपलब्ध वैक्सीन डोज आधे खत्म हो गए। बता दें कि प्रदेश में 25 एवं 26 अगस्त को कोरोना संक्रमण से सुरक्षा कवच देने के लिये टीकाकरण महाअभियान चलाया जा रहा है। महाअभियान के दौरान वैक्सीन लगवाने आये प्रत्येक नागरिक की हथेली के पीछे की एक टिक और दो टिक के निशान वाला वैक्सीनेशन स्टांप लगाया जा रहा है। एक टिक वाले स्टैंप का अर्थ है कि व्यक्ति को वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है। जबकि दो टिक के मायने यह है कि व्यक्ति को वैक्सीन के दोनों डोज लग चुके हैं और वह वैक्सीनेटेड हो चुका है। ऐसे व्यक्ति अपने हाथ पर लगे स्टांप को अपनी दो उंगलियों से विक्ट्री साइन बनाते हुए सेल्फी के द्वारा यह संदेश दे रहे हैं कि ‘आई एम वैक्सीनेटेड।’