भिण्ड, गणेश भारद्वाज। केशव स्मृति सेवा न्यास (Keshav Smriti Sewa Trust) द्वारा आयोजित ऑनलाइन बाल विमर्श (Online Child Discussion) मॉडल अब सम्पूर्ण प्रदेश में लागू होगा। बच्चों और किशोरों के मानसिक तनाव को दूर करने के उद्देश्य से प्रदेश के हर जिले में बाल विमर्श कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chauhan) भी बाल विमर्श की तर्ज पर बच्चों से ऑनलाइन चर्चा करेंगे। यह बात सोमवार को बाल विमर्श कार्यक्रम के समापन अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे प्रदेश के सहकारिता मंत्री डॉ अरविंद सिंह भदौरिया (Cooperative Minister Dr. Arvind Singh Bhadauria) ने कही।
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सोमवार को आयोजित बल विमर्श कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व न्यायाधीश अशोक पांडेय के द्वारा की गई। आज अतिथि परिचय कार्यक्रम के संयोजक मनीष ओझा के द्वारा दिया गया एवं संपूर्ण कार्यक्रम के लिए आभार प्रदर्शन सामाजिक कार्यकर्ता गणेश भारद्वाज के द्वारा किया गया।
बच्चों की सुरक्षा पहली जिम्मेदारी
अपने प्रारंभिक उद्बोधन में सहकारिता मंत्री डॉ अरविंद सिंह भदौरिया ने कहा कि प्रदेश के बच्चों की सुरक्षा करना हमारी पहली जिम्मेदारी है, बच्चे पूरी तरह से निश्चिंत होकर रहें। बच्चे तो कोरोना से बचाव के लिए केवल मास्क लगाएं और सुरक्षित दूरी बनाये रखें और कोरोना गाइड लाइन का पालन करें। सहकारिता मंत्री ने कहा कि जीवन में आगे बढ़ने के लिए सभी बच्चे टारगेट फिक्स करें और यह तय करें कि हमें जाना कहां है उन्होंने कहा कि टूटे मन से कोई खड़ा नहीं होता और छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता। कैरियर बनाने में टाइम इन्वेस्टमेंट का बड़ा ही महत्व होता है। सभी को अपने संपूर्ण जीवन काल में काम करने के लिए केवल 20- 22 वर्ष का ही समय मिलता है। बच्चे तो अपने पठन-पाठन काल में केवल इस बात की चिंता करें कि वह श्रेष्ठ कैसे बने।
बच्चों के सवाल, मंत्री के जवाब
बच्चों ने सहकारिता मंत्री डॉ अरविंद सिंह भदौरिया से प्रश्न करते हुए पूछा कि क्या बाल विमर्श जैसा कार्यक्रम पुनः भी आयोजित किया जाएगा। इस पर मंत्री ने समिति की ओर से भरोसा दिलाया कि इस कार्यक्रम का पार्ट- 2 भी शीघ्र आयोजित किया जाएगा। छात्रा हर्षिता शिवहरे ने सवाल किया कि हमारे जिले के पास दो-दो मंत्री हैं फिर भी हमारे चिकित्सालय में डॉक्टरों की कमी है आखिर क्यों? मंत्री भदौरिया ने जवाब दिया कि हम प्रयास करेंगे कि जिले के चिकित्सालयों में जल्दी डॉक्टर्स की संख्या में इजाफा हो। हमारा प्रयास है कि भिण्ड में भी दतिया की तरह मेडिकल कॉलेज बने। छात्रा अनुष्का भदौरिया ने कहा कि पूर्व में आपके द्वारा चंबल महोत्सव का आयोजन कराया गया था क्या आप पुनः आयोजन कराएंगे? इसका जवाब देते हुए मंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल के कारण इस वर्ष आयोजन नहीं हो पाया है हम शीघ्र ही चंबल महोत्सव का आयोजन करेंगे। देव भारद्वाज ने कहा कि अधिकारी बनने के लिए डिग्रियों की आवश्यकता होती है तो फिर राजनेता बनने के लिए डिग्री क्यों नहीं मांगी जाती? इसका जवाब देते हुए मंत्री भदौरिया ने कहा कि लोकतंत्र में सबको चुनाव लड़ने का अधिकार है आपका भाव अच्छा है, इसके लिए चाहिए कि अच्छे लोग राजनीति में ज्यादा से ज्यादा आगे आएं। एक प्रश्न के जवाब में मंत्री भदौरिया ने कहा कि बच्चों को प्रेरणादायी पुस्तकें ज्यादा पढ़ना चाहिए लेकिन केवल पढ़ने से काम नहीं चलता है, राम को पूजें तो उनके विचारों को भी आचरण में डालना जरूरी है। छात्र अभिनव सिंह ने पूछा कि बच्चे आत्मनिर्भर कैसे बने क्या वह भी कोई सहकारिता समूह खोल सकते हैं ? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि आपका अभी पढ़ने का समय है, हां पढ़ लिख कर जब आप बड़े हो जाएं तब इस विषय में सोचें। अभिनेंद्र सिंह नामक छात्र ने सवाल कर दिया कि हमारे विद्यालयों में गीता क्यों नहीं पढ़ाई जाती है? इसका जवाब देते हुए कहा कि भगवत गीता तो जीवन दर्शन है हम कोशिश करेंगे कि आगामी समय में रामकृष्ण और गीता जैसे ग्रंथों का स्कूली शिक्षा में जुड़ाव हो। एक छात्र ने सवाल कर दिया कि मंत्री वादे तो करते हैं मगर पूरा क्यों नहीं करते।जिसका जवाब देते हुए श्भदौरिया ने कहा कि वह पूर्व के जमाने के मंत्री होंगे। हम जो कहते हैं वह करते हैं
बच्चों को दिया विधानसभा घुमाने का वचन
सहकारिता डॉ अरविंद सिंह भदौरिया ने बच्चों को मध्यप्रदेश की विधानसभा घुमाने का भी वचन दिया। इसके अलावा अच्छे प्रश्नों का जवाब देने वाले बच्चों को पुरस्कृत करने का भी एलान किया। मंत्री भदौरिया के द्वारा किया गया। आगामी समय में केशव स्मृति सेवा न्यास के द्वारा एक आयोजन करके बच्चों को न केवल पुरस्कृत किया जाएगा बल्कि उन्हें कार्यक्रम से जुड़े सभी अतिथियों से मिलवाया भी जाएगा। ऑनलाइन सहभागिता प्रमाण पत्र भी प्रदान किए जाएंगे।