भिंड पुलिस के हत्थे चढ़ा नकली नोट बनाने वाला गिरोह

Amit Sengar
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भिंड, सचिन शर्मा। मध्य प्रदेश के भिंड (Bhind) जिले में पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है, पुलिस ने यहां नकली नोट (Fake Currency) छापने और उनकी सप्लाई करने वाले गिरोह को गिरफ्तार किया है पुलिस ने इन आरोपियों से 2000 व 200 के नोट की गड्डी बरामद की है साथ ही पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जाँच शुरू कर दी है।

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पुलिस अधीक्षक शैलेन्द्र सिंह चौहान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमलेश कुमार व मेहगांव एसडीएम के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी अमायन एवं सायवर सेल को मुखविर द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि अमायन के पास मडैयन नाका तिराहा पर कुछ लोग नकली नोट की लेन-देन के लिये आये हुए है पुलिस ने उक्त सूचना पर तत्काल टीम को मुखविर द्वारा बताये गये स्थान अमायन के पास मडैयन तिराहा नाका गिर्राज ढावा के पीछे पहुँचकर वहाँ छिपकर देखा तो तीन लोग हाथ मे पैसे लेकर गिन रहे थे मुखविर की सूचना सही होने पर तीनो आरोपियों को चारो तरफ से घेराबन्दी कर पकड़ लिया गया, और उनके हाथ में 2000-2000 रुपये के नोटों की गड्डी थी जिसको चैक किया तो उन नोटों मे लगा हरे रंग का तार कलर नहीं बदल रहा था जिससे पता चला कि नोट नकली है, और तलाशी लेने पर 200 रुपये के कुछ नोट असल जैसे दिख रहे थे नकली नोटों की गड्डियों मे असल नोट लगाकर गड्डिया तैयार कर रहे थे आरोपियो के खिलाफ थाना अमायन मे अपराध पजींबद्ध कर विवेचना में लिया गया है।

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बता दें कि उक्त नकली नोटो के सम्बन्ध में आरोपियों से पूछताछ की तब पता चला कि आरोपियों द्वारा अपने साथियो के साथ मिलकर घर पर ही प्रिन्टर के माध्यम से नकली नोट छापे जाते थे जिन्हें 30000 हजार असल नोट के बदले 5,00,000 नकली रुपये में बदल देते थे और इनके साथी छपे हुये नकली नोटो को लेकर गुजरात चलाने के लिये जाते थे उक्त सभी आरोपियों के द्वारा पूर्व में भी नकली नोट चलाने के सम्बन्ध में एसटीएफ एवं थाना मौ मे अपराध पंजीबद्ध है।


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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