भिण्ड, गणेश भारद्वाज। भिंड (bhind) जिला अस्पताल में ऑक्सीजन (oxygen) की कमी की अफवाह के कारण मेडिकल स्टाफ (medical staff) को मेडिकल कोविड वॉर्ड (covid ward) छोड़कर अस्पताल के बाहर आकर अपने आप को सुरक्षित (safe) करना पड़ा। इसका कारण था भर्ती मरीजों (patients) के परिजनों का बिगड़ना। हालांकि बाद में पुलिस बल (police force) और जिला प्रशासन के अधिकारियों के आ जाने पर हालातों को संभाल लिया गया।
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दरअसल बीती रात जिला अस्पताल के मेडिकल कोविड वार्ड में ऑक्सीजन लाइन से ऑक्सीजन की सप्लाई करीब 11:00 बजे बंद हो जाने से मरीजों के परिजनों ने हंगामा कर दिया। हंगामा इतना बढा कि परिजन मेडिकल स्टाफ के साथ बदतमीजी और मारपीट करने पर उतारू हो गए। इस बात से डर कर कुछ चिकित्सक और मेडिकल स्टाफ वार्ड्स से निकलकर अस्पताल परिसर में सुरक्षित स्थान पर एकत्रित होने को मजबूर हो गए। अस्पताल प्रबंधन ने इस बात की सूचना पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह को दी तो तत्काल बड़ी संख्या में पुलिस बल जिला अस्पताल पहुंचा और उसने स्थिति को नियंत्रण में किया। इसके बाद स्वयं जिला कलेक्टर डॉ सतीश कुमार, एस पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह जिला अस्पताल पहुंचे और उन्होंने जिला स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ अजीत मिश्रा के साथ संपूर्ण स्थिति का जायजा लिया। पुलिस के द्वारा बेमतलब के एक मरीज पर चार चार अटेंडर जो अस्पताल में थे उनको भगाया गया।
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इसके बाद जब अस्पताल में ऑक्सीजन की स्थिति के विषय में जाना तो जानकारी मिली की रात 3:00 बजे तक के लिए ऑक्सीजन की व्यवस्था है और ऑक्सीजन की गाड़ी करीब 1 घंटे बाद जिला अस्पताल पहुंचेगी । लेकिन 63 ऑक्सीजन सिलेंडरो से भरी हुई गाड़ी के देरी से आने के कारण मरीजों उनके अटेंडरों और जिला प्रशासन के अधिकारियों की धड़कन बढ़ने का सबब बन गई। कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक जब तक ऑक्सीजन सिलेंडर की गाड़ी जिला अस्पताल नहीं आ गई तब तक अस्पताल में ही गाड़ी का इंतजार करते रहे। जब रात 3:00 बजे ऑक्सीजन सिलेंडर से भरी हुई गाड़ी अस्पताल आ गई और मरीजों को अबाध रूप से ऑक्सीजन सप्लाई मिलने लगी तब सभी की सांस में सांस आई।
2 दिन में तेजी से बढ़े ऑक्सीजन सपोर्ट वाले मरीज
दो दिवस पूर्व जिला अस्पताल को हर रोज केवल 100 सिलेंडर की आवश्यकता होती थी लेकिन अचानक आसपास के जिलों और पड़ोसी प्रदेश से कोविड संक्रमितों के आने के कारण ऑक्सीजन की खपत दुगुनी हो गई जिसके कारण बीती रात हालात कुछ भयावह होते-होते बचे।
अस्पताल प्रबंधन और जिला प्रशासन रात भर जागा
जिला कलेक्टर डॉ सतीश कुमार, एस पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह, जिला स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अजीत मिश्रा जिला अस्पताल के आरएमओ डॉक्टर आर एनराजोरिया, नगर पुलिस अधीक्षक आनंद राय , सिटी कोतवाली प्रभारी राजकुमार शर्मा व सब इंस्पेक्टर अनिल गुर्जर सहित भारी संख्या में पुलिस बल और मेडिकल स्टाफ रात तीन बजे तक बिना पलक झपकाये ऑक्सीजन की गाड़ी का इंतजार करते रहे। और कोविड मरीजों के हालात पर नजर बनाए रखी।जब ऑक्सीजन सिलेंडर्स से भरी गाड़ी आ गई तब सब ने राहत की सांस ली।