भिंड, सचिन शर्मा। शांतिप्रिय प्रदेश कहा जाने वाला मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में इन दिनों अशांति देखने को मिल रही है। जहां चोरी, लूट से लेकर हत्या जैसी वारदात तो आम हो गई हैं। वहीं लोगों की सरेआम पिटाई भी मनो जैसे रोजमर्रा की बात हो गई हो। ताजा मामला भिंड जिले (Bhind District) का है जहां एक किसान से दिनदहाड़े जमकर मारपीट की गई। वहीं हद तो तब हो गई जब फरियादी की पिटाई खुद पुलिस वालों ने की। इसके बाद ग्रामीणों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है। वहीं कांग्रेस (Congress ) से लहार विधायक (Lahar MLA) गोविंद सिंह (Govind Singh) ने भी इस घटना के बाद उचित कार्रवाई नहीं होने पर 19 सितंबर को थाने का घेराव करने की चेतावनी दी है।
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आरक्षकों ने गांव के रसूखदार के साथ मिलकर मारा
जानकारी के अनुसार मामला जिले के लहार तहसील (Lahar Tehsil) के चिरावली (Chiravali) क्षेत्र का है। जहां 7 सितंबर को चिरावली निवासी किसान ज्ञान सिंह बघेल रोज की तरह अपने खेतों पर काम कर रहा था। तभी सुबह करीब 8:30 बजे गांव के ही एक रसूखदार रामजीलाल दुबे और रावतपुरा थाने में पदस्थ आरक्षक आलोक राठौर, महेंद्र सिंह, गौरव सिंह ने किसान ज्ञान सिंह की बर्बरता पूर्वक पिटाई कर डाली। इतना ही नहीं इस पूरे घटनाक्रम के समय पीड़ित किसान की पत्नी भी मौके पर मौजूद थी जिसके बाद पुलिस वालों ने दोनों पति पत्नी को थाने ले जाकर पत्नी के सामने पति के कपड़े उतरवाकर उसके साथ दोबारा मारपीट की। जिससे किसान गंभीर रूप से घायल हो गया है।
भैंस को लेकर हुआ विवाद
इस पूरे मामले में पीड़ित की पत्नी ने बताया कि सुबह हम लोग हमारे खेतों में भैंस चरा रहे थे, तभी हमारी एक भैंस बाजू के खेत में पहुंच गई। जिसके बाद वह लोग हम दोनों को मारने के लिए दौड़े। इसके बाद हमने शोर मचाया तो कुछ लोग बचाने आए, जिसके बाद वह लोग वहां से भाग गए। बाद में आरोपियों द्वारा थाने में रिपोर्ट करने के बाद हमें थाने में बुलाया गया। पत्नी का आरोप है कि मेरे पति को मेरे सामने ही बेरहमी से कपड़े उतार कर मारा गया। मैंने पुलिस वालों के सामने हाथ तक जोड़े लेकिन उन्होंने मेरी एक नहीं सुनी।
जबरदस्ती कराया राजीनामा, ग्रामीणों में आक्रोश
पत्नी ने यह भी आरोप लगाया कि पूरी घटना के बाद आरोपियों द्वारा हम पर राजीनामे का दबाव बनाया गया। जिसके बाद दबाव में आकर हमने राजीनामा कर लिया। वहीं इस घटना को लेकर ग्रामीणों में खासा रोष दिखाई दे रहा है। जिसके बाद सभी आरोपी पुलिस आरक्षकों और रसूखदार रामजीलाल दुबे पर कार्यवाही करने की मांग कर रहे हैं।
19 सितंबर को करेंगे थाने का घेराव- लहार विधायक
वहीं इस घटना को लेकर पीड़ित परिवार लहार विधायक डॉक्टर गोविंद सिंह के पास पहुंचा। जब गोविंद सिंह को इस पूरे मामले की जानकारी हुई तो गोविंद सिंह ने उचित कार्रवाई की मांग की है। वहीं पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी है। गोविंद सिंह ने कहा कि पूरा प्रशासन और पुलिस कर्मी रेत माफियाओं से मिलकर गरीब लोगों पर अत्याचार कर रहे हैं। अगर पुलिस अधीक्षक संबंधित आरक्षकों पर निलंबन की कार्रवाई नहीं करते हैं तो समस्त कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता 19 सितंबर को थाने का घेराव करेंगे।