सिंधिया ने की इस सड़क को 4 लेन में परिवर्तित करने की मांग, ये है बड़ा कारण  

ज्योतिरादित्य सिंधिया

भिंड, गणेश  भारद्वाज।  NH -719 (NH-92) भिण्ड – ग्वालियर राष्ट्रीय राजमार्ग सड़क पर आए दिन हो रहे सड़क हादसों में होने वाली मौतों का आंकड़ा देखते हुए जिले के वरिष्ठ भाजपा नेता डॉ रमेश दुबे (Dr Ramesh Dubey)ने राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) को पत्र लिखकर एवं ग्वालियर में मुलाकात कर इस टू लेन को फोर लेन में बदलवाने की मांग की थी। डॉ रमेश दुबे (Dr Ramesh Dubey) की मांग को ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने गंभीरता से लिया और केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) को पत्र लिखकर भिण्ड-ग्वालियर सड़क को फोर लेन हाइवे बनाने का अनुरोध किया है। राज्यसभा  सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को लिखे पत्र में डॉ रमेश दुबे (Dr Ramesh Dubey) ने बताया था कि हालिया दो दुर्घटनाओं में जिले ने होनहार पत्रकार एवं पार्षद दिनेश भदौरिया एवं युवा डॉक्टर दीपक भदौरिया को खोया है, हर माह आये दिन सैकड़ों दुर्घटनाओं में कई लोग असमय काल के मुंह में  समा जाते हैं। ऐसे में अगर इस राष्ट्रीय राजमार्ग  को फोरलेन नहीं किया गया तो न जाने कितने ही घरों के दीपक बुझते रहेंगे।

डॉ रमेश दुबे (Dr Ramesh Dubey)की मांग पर राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने गंभीरता से संज्ञान में लिया और केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) को पत्र लिखकर भिण्ड-ग्वालियर सड़क को फोरलेन हाइवे बनाने के लिए मांग की है। सिंधिया ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को लिखे पत्र में डॉ रमेश दुबे (Dr Ramesh Dubey) की मांग का जिक्र करते लिखा कि मैं अनुग्रहित होऊंगा यदि आप सहानुभूतिपूर्वक कार्यवाही करेंगे और की गई कार्यवाही से मुझे और आवेदक को अवगत कराएँगे।


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Atul Saxena

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....