आखिर कैसे होगी खाने में पेस्टिसाइट की जांच, मध्यप्रदेश में ही नहीं सरकारी माइक्रोबायोलाॅजी लैब, प्रमुख सचिव से मांगा जवाब

शहरवासी बाजार के जो खाद्य पदार्थ खा रहे है, वे स्वास्थ्य के लिये कितने सुरक्षित है, यह पता नहीं कर सकते है। इस कारण शहरवासियों की सेहत एवं स्वास्थ्य खतरे में पड़ रही है।

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BHOPAL NEWS : भोपाल शहर के बाजारों से मिलने वाले खाद्य पदार्थ की चीजों में पेस्टिसाइड जैसे हानिकारक बैक्टीरिया तो नहीं है, इसकों जांचने के लिये प्रदेशभर में सरकारी माइक्रोाबयोलाॅजी लैब नहीं होने का मामला सामने आया है। शहरवासी बाजार के जो खाद्य पदार्थ खा रहे है, वे स्वास्थ्य के लिये कितने सुरक्षित है, यह पता नहीं कर सकते है। क्योंकि इसको जांचने के लिये माइक्रोबायोलाॅजी लैब तक नहीं है। इस कारण शहरवासियों की सेहत एवं स्वास्थ्य खतरे में पड़ रही है।

मामलें में संज्ञान 

मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने प्रमुख सचिव, खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्त सरंक्षण मंत्रालय, भोपाल से मामले की जांच कराकर म.प्र. में फूड सेम्पल की सम्पूर्ण जांचे हो सकने की सुविधा उपलब्ध न होने से इस सम्बन्ध में प्रदेश के निवासियों को प्राप्त सुरक्षित खाद्य पदार्थ प्राप्ति के मौलिक एवं मानव अधिकारों के संरक्षण में उत्पन्न हो रही बाधा/अनावश्यक विलम्ब के निवारण के सम्बन्ध में की गई कार्रवाई का प्रतिवेदन दो माह में मांगा है।

 


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Sushma Bhardwaj

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