भोपाल। फ़राज़ शेख| राजधानी भोपाल में बुधवार तड़के आयोध्या नगर थाना इलाके में युवती ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी। इस बात की जानकारी मिलते ही 12 घंटे बाद बुधवार की शाम को प्रेमिका की अर्थी उठने के बाद में प्रेमी ने भी अपने घर के किचन में फांसी लगा ली। उसने एक सुसाइड नोट छोड़ा है। जिसमें भाजपा से वार्ड 66 की पार्षद लक्ष्मी ठाकुर व प्रेमिका के भाई तथा पिता पर प्रताडऩा के आरोप लगाए हैं। सुसाइड नोट एक दीवार तथा डायरी में लिखा गया है। पुलिस ने सुसाइड नोट जब्त कर लिया है। मामले में मर्ग कायम कर लिया है। घटना की जांच की जा रही है।
अयोध्या नगर पुलिस के अनुसार दीपक बंजारा पिता लालजी बंजारा (26) निवासी प्रतिभा गार्डन के पीछे बीमाकुंज किराए से रहता था। वह कार वाशिंक का काम करता था और विवाहित था। उसका ढाई साल का एक बच्चा है। बुधवार शाम को करीब पांच बजे दीपक की लाश को परिजनों ने घर के किचन में फांसी के फंदे पर झूलता देखा था। जिसके बाद में मामले की जानकारी परिजनों ने पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा बनाकर पीएम के लिए रवाना किया। घर की तलाशी में पुलिस को सुसाइड नोट मिला है। जिसमें उसने मौत का जिम्मेदार पार्षद लक्ष्मी ठाकुर, प्रेमिका के पिता श्याम सुंदर प्रजापति तथा प्रेमिका का भाई बाबू प्रजापति को बताया है। इन सभी पर उसने दबाव बनाने का आरोप लगाया है।
– लड़की से दूर रहने के लिए धमकाती थी पार्षद
लड़के ने सूसाइड नोट में लिखा की पार्षद लक्ष्मी और श्याम सुंदर की करीबी थी। इस लिए पार्षद लक्षमी ठाकुर उसे लड़की से दूर रहने के लिए धमकाती थी। वहीं लड़के के पिता लालजी बंजारा का आरोप है कि लक्षमी उनके बेटे को झूठे प्रकरणों में फंसाकर जिंदगी खराब करने का दबाव बनाती थी। आए दिन उसे घर आकर प्रताडि़त किया जाता था। श्यामसुंदर और बाबू भी उसे कहीं भी दिखने पर जान से मारने की धमकी देते थे। इन तीनों की प्रताडऩा से तंग आगर उसने जान दी है।
– बेटे को दे देना पालीसी के पैसे
दीपक बंजारा ने सुसाइड नोट में लिखा की उसके बेटे कुनाल को मौत के बाद में पालीसी की रकम दी जाए। जिससे वह खूब पढ़ लिखकर बड़ा आदमी बने। आगे लिखा की मेरी मौत का प्रमुख कारण लक्ष्मी ठाकुर पार्षद, रामबाबू और श्यामसुंदर प्रजापति हैं। इनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
– अंग दान की लिखी बात
सुसाइड नोट में आगे लिखा गया की मेरी मौत के बाद में अंग दान कर देना। जिससे जरूरतमंदो की मदद हो सके। इधर, अयोध्या नगर पुलिस का कहना है कि मृतक लड़की पूर्व में दो बार लापता हो चुकी है। गुमशुदगी के दौरान परिजनों को संदेह था कि वह दीपक के साथ है। इसी बात को लेकर उनका व दीपक का कई बार विवाद हुआ था।
– पहले की थी प्रेमिका ने खुदकुशी, पुलिस ने बताई यह कहानी
खाना खाने के बाद में एक लड़की मां के पड़ोस में जमीन पर सो गई। मां उपर पलग पेटी पर सोई हुई थीं। तड़के पानी पनी के लिए मां की नींद खुली तो बेटी का शव फं दे पर लटका देखा। तत्काल अन्य परिजनों को उठाकर मामले की जानकारी दी गई। पिता ने 100 पर कॉल कर घटना की सूचना दी। कंट्रोल रूम की सूचना के बाद में पुलिस मौके पर पहुंची। शव को कब्जे में लेकर पीएम के लिए रवाना कर दिया गया। पुलिस को घटना स्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। प्राथमिक जांच में सामने आया कि परिजन लड़की के लिए रिश्ता तलाश रहे थे। जबकि वह पढऩा चाहती थी।
एसआई राघवेंद्र सिंह के अनुसार प्रमीला पिता श्याम सुंदर प्रजापति (19) अर्जुन नगर में रहती थी। प्रमीला पिछले साल बारहवीं कक्षा पास कर चुकी थी। उसने एक कॉलेज में बीएससी प्रथम वर्ष में एडमिशन लिया था। आर्थिक तंगी के चलते परिजनों ने उसकी पढ़ाई को छुड़ा दिया था। तब से ही वह घर पर रहती थी। परिजन उसके लिए रिश्ता तलाश रहे थे। परिजनों ने बातचीत में पुलिस को बताया कि प्रमीला घर की सबसे बड़ी बेटी थी। उसके अलावा एक भाई व दो और बहने हैं। पिता प्रायवेट नौकरी करते हैं। मां गृहणी हैं। मंगलवार रात सबके साथ में खाना खाने के बाद में प्रमीला मां के पड़ोस में जमीन पर बिस्तर लगाकर सोई थी। तड़के करीब चार बजे प्यास लगने के बाद में मां की नींद खुली। आंख खुलते ही उन्होंने बेटी के शव को फंदे पर लटका देखा और अन्य परिजनों को उठाया। पिता ने 100 पर कॉल कर घटना की सूचना दी। कंट्रोल रूम की सूचना के बाद में पुलिस मौके पर पहुंची। शव को कब्जे में लेकर पीएम के लिए रवाना कर दिया गया। पुलिस को घटना स्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। प्रमीला के पिता श्याम सुंदर ने पुलिस को बताया कि बेटी मोबाइल इस्तमाल नहीं करती थी। एसआई का कहना है कि खुदकुशी के सही कारणों का खुलासा पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही हो सकेगा।
– इनका कहना है
मृतक के सुसाइड नोट में लक्ष्मी ठाकुर,श्यामसुंदर और रामबाबू द्वारा प्रताडि़त करने की बात लिखी है। सुसाइड नोट को जब्त कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद में तीनों पर कार्रवाई करने पर विचार किया जाएगा।
महेंद्र एस कुल्हारा, टीआई अयोध्या नगर