भोपाल।
यूपी-उत्तराखंड में जहरीली शराब से 106 लोगों की मौत के बाद मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार सख्त हो चली है।मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्य की सीमा पर कड़ी निगरानी और शराब के अवैध अड्डों पर कार्रवाई के निर्देश के जारी किए हैं। साथ ही नाथ ने कहा है कि अवैध शराब की बिक्री पर सख़्ती से अंकुश लगाकर अड्डों को नेस्तनाबूद किया जाए और दोषी अधिकारियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए।
दरअसल, मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेश के पुलिस व आबकारी विभाग को प्रदेश में अवैध शराब की बिक्री करने वालों के ख़िलाफ़ सतत अभियान चलाने के निर्देश दिये हैं। कमलनाथ ने कहा है कि प्रदेश में अवैध शराब की बिक्री में लिप्त लोगों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाये।अवैध शराब की बिक्री पर सख़्ती से अंकुश लगाकर इसके अड्डों को नेस्तनाबूद किया जाये। पड़ोसी राज्यों से जुड़ी वैसी सीमाओं पर विशेष चौकसी बरती जाये। प्रदेश के किसी भी हिस्से से इस तरह के मामले सामने आने पर दोषी अधिकारी पर कड़ी कार्रवाई होगी।
बता दे कि उत्तर प्रदेश में जहरीली शराब पीने से हुए दो बड़े हादसों में मरने वालों की संख्या बढ़कर 75 हो गई है। इस मामले में 175 से अधिक लोगों की गिरफ्तारी हुई है, जबकि 297 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं। मामला सामने आने के बाद यूपी की योगी सरकार ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं और पुलिस और आबकारी विभाग के कई अधिकारियों को निलंबित कर दिया। चुंकी यूपी एमपी से सटा हुआ है ऐसे में इसका असर एमपी पर पड़ना तय है। इसी को ध्यान में रखते हुए कमलनाथ ने यह निर्देश दिए है।
मामले को लेकर सिंधिया ने किया था योगी सरकार का घेराव
बीते दिनों ही इस घटना को लेकर गुना सांसद और यूपी के महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया ने योगी सरकार पर जमकर हमला बोला था। उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि ‘अत्यंत शर्म की बात है कि उत्तर प्रदेश के सहरानपर में ज़हरीली शराब के कारण 80 से ज़्यादा मृत्य हो चुकी है। इस गंभीर मामले को लेकर मैंने कलेक्टर से चर्चा कर तुरंत ही मरीज़ों का इलाज करवाने के लिए और दोषियों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्यवाही करने के लिए कहाँ है सरकार इतनी बड़ी घटना के बाद भी संवेदनहीन बनी हुई है। योगी जी, ये आपके राज्य में क्या चल रहा है?’