भोपाल ।
कोरोना संकटकाल के बीच एक बार फिर कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री कमल पटेल(kamal patel) ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ(former cm kamalnath) पर एक बार फिर बड़ा हमला बोलते हुए कर्ज माफी के नाम पर किसानों के साथ धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है। कमल पटेल ने कहा जिन किसानों को कर्ज मुक्ति के प्रमाण पत्र मिले उनका भी कर्ज माफ नहीं हुआ है। कमल पटेल ने कहा धोखाधड़ी का शिकार हुए किसानों को तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के खिलाफ धारा 420 और 120 के तहत प्रकरण दर्ज कराने थाने जाना चाहिए तथा कोर्ट में इस्तगासा दायर करना चाहिए।
कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने दस दिन में किसानों के दो लाख तक के कर्ज माफ करने का वादा किया था लेकिन दो लाख कर्ज वाले एक भी किसान का कर्ज माफ नहीं हुआ है। कर्ज माफी के नाम पर पूर्ववर्ती सरकार ने किसानों की संस्था को अॉपरेटिव बैंक को बर्बाद कर दिया, कमल पटेल ने बताया कि अधिकार नहीं होने के बाद भी को अॉपरेटिव बैंक के प्रशासकों से आधा कर्ज वहन करने के प्रस्ताव मंगा लिए गए लेकिन कर्ज माफ नहीं तो किसान डिफॉल्टर हो गए, किसानों की संस्थाएं कर्ज देने की स्थिति में नहीं बची हैं।
इसलिए किसानों को कर्ज नहीं मिल पा रहा। कृषि मंत्री कमल पटेल ने इस स्थिति के लिये पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को जिम्मेदार ठहराते हुए किसानों से धोखाधड़ी की रिपोर्ट लिखवाने के लिए आगे आने का आव्हान किया। कमल पटेल ने बताया कि मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते ही कमलनाथ ने 48 लाख किसानों के 54 हजार करोड़ रुपये के कर्जमाफी के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी, मुख्य सचिव ने आदेश भी जारी कर दिए, कमल पटेल ने बताया कि जिन किसानों को कर्ज मुक्ति के प्रमाण पत्र मिले हैं उनका भी कर्ज माफ नहीं हुआ है यह किसानों के साथ धोखाधड़ी है जिसे माफ नहीं किया जा सकता।