नई दिल्ली। देश के पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद अमेरिकी थिंक टैंक ‘ब्रुकिंग इन्स्टीट्यूशंस’ ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी की हार जीत के बारे में बड़ा दावा किया है। संस्थान का दावा है कि आम चुनाव में भाजपा को बड़ी हार का सामना करना पड़ सकता है। यही नहीं रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि पार्टी को करीब 103 सीटों का नुकसान हो सकता है। और 179 सीटों पर भाजपा सीमट सकती है।
रिपोर्ट में भाजपा के अलावा एनडीए में शामिल पार्टियों की भी सीटों के बारे में आशंका जताई गई है। दावा किया गया है कि सहयोगी पार्टियों को सात सीटें मिल सकती है और वह कुल 28 सीटों पर ही सिमट सकती है। 2014 में भाजपा प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता पर काबिज हुई थी। पार्टी को 282 सीटों का तोहफा जनता ने दिया था। भाजपा के सहयोगी दलों ने कुल 54 सीटें जीती थीं। ब्रूकिंग्स इंस्टीट्यूशन ने पिछले विधानसभा चुनावों के वोटिंग पैटर्न और मौजूदा लोकसभा सीटों के गणितीय गुणा भाग के आधार पर यह आंकलन निकाला है।
रिपोर्ट में कांग्रेस को सीटों मिलने में बढ़त बताई गई है। लेकि बहुमत से कांग्रेस भी दूर है। आगामी आम चुनाव में विपक्षी पार्टी कांग्रेस को 63 सीटों का फायदा हो सकता है। उसे कुल 107 सीटें मिल सकती हैं। 2014 में कांग्रेस को देशभर में कुल 44 सीटें मिली थीं। कांग्रेस के सहयोगी दलों को भी आगामी चुनाव में फायदा होने के आसार हैं। रिपोर्ट में उन्हें 38 सीटों का लाभ होता हुआ बताया गया है। यानी कांग्रेस के सहयोगी दलों को कुल 56 सीटें मिल सकती हैं। कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों को लाभ होने के बावजूद कुल 163 सीटें ही मिल सकती हैं जो बहुमत के आंकड़े (272) से दूर है। रिपोर्ट में कहा गया है कि गैर कांग्रेसी, गैर भाजपाई मोर्चा किंगमेकर की भूमिका में रह सकता है। उसे 9 सीटों का लाभ हो सकता है और कुल 172 सीटें मिल सकती हैं।
बता दें कि फिलहाल तृणमूल कांग्रेस, एआईएडीएमके, टीआरएस, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, बीजू जनता दल किसी भी गठबंधन में शामिल नहीं हैं और ये दल 2019 में सरकार बनाने में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। इन दलों को 172 सीटें मिलती हुई बताई गई हैं। रिपोर्ट के मुताबिक भाजपा और उसके गठबंधन को कुल 207 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है जो बहुमत के आंकड़े से 65 कम है। थिंक टैंक ने अपनी रिपोर्ट में भाजपा को सबसे ज्यादा नुकसान गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान और बिहार में होने का अनुमान लगाया है।