भोपाल। मध्य प्रदेश में पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के खिलाफ सड़कों पर प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों ने कमलनाथ सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है| मध्यप्रदेश के संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ अपनी मांगों को लेकर आंदोलन का बिगुल फूंक दिया है| संविदा कर्मचारी 25 से 27 फरवरी तक 3 दिवसीय हड़ताल करने जा रहे हैं| इससे पहले कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ ट्विटरवार छेड़ दिया है और हैशटैग #वक़्त_है_हड़ताल_का लिखकर सोशल मीडिया पर सरकार को वचन याद दिलाया जा रहा है|
सौरभ सिंह चौहान, प्रांताध्यक्ष, संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ मप्र ने बताया कि 23 फरवरी तक संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की मांगें नहीं मानने और 90 प्रतिशत वेतन संबंधी आदेश जारी नहीं किए जाने, वचन पत्र के अनुसार नियमितीकरण नहीं करने, निष्कासित कर्मचारियों की बहाली नहीं करने पर 25 से 27 फरवरी तक 3 दिवसीय हड़ताल की जाएगी। पहले दिन मंत्रियों और विधायकों का घेराव किया जाएगा। दूसरे दिन आक्रोश रैली निकाली जाएगी। संविदा कर्मचारी शिवराज सरकार के समय से रेग्युलर नौकरी की मांग कर रहे हैं. साथ ही उन कर्मचारियों को नौकरी में बहाली के लिए कह रहे हैं जिनकी सेवा ख़त्म हो चुकी है| पिछले राजधानी भोपाल में संविदा कर्मचारियों ने जंगी प्रदर्शन कर नियमित करने और नौकरी से निकाले गए साथियों की बहाली की को लेकर सरकार को अल्टीमेटम दिया था| अब इन कर्मचारियों ने हड़ताल पर जाने का फैसला लिया है| यह कर्मचारी भाजपा सरकार में भी 42 दिन की बड़ी हड़ताल कर चुके हैं|
संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के सौरभ सिंह चौहान ने कहा कि 90 प्रतिशत के आदेश जारी न होने और ,सरकार द्वारा वचनपत्र अनुरूप नियमितीकरण व निष्कासितों की बहाली पर काम न होने से संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों में अच्छी खासी नाराजगी और आक्रोश है। 24 फरवरी को सभी जिले अपने अपने जिलों में बैठक कर 25 से की जाने वाली हड़ताल की तैयारी बैठक करेंगे और मीडिया/जिला स्तरीय प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करेंगे। 25 फरवरी को 51 जिलों में मंत्री विधायकों का घेराव किया जाएगा| 26 फरवरी को 51 जिलों में आक्रोश रैली निकाली जायेगी वही 27 फरवरी को कर्मचारी भोपाल में बड़ा प्रदर्शन करेंगे|