अन्नउत्सव : शिवराज की अधिकारियों को चेतावनी-राशन वितरण में गड़बड़ी की तो छोड़ा नही जाएगा

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। बुधवार को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhaan) ने समन्वय भवन में आयोजित राज्य में अन्न उत्सव का शुभारंभ कर दिया। सीएम चौहान ने मध्य प्रदेश के 36 लाख 86 हजार 856 गरीबों को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत पात्रता पर्ची जारी की।इस मौके पर सीएम शिवराज ने कलेक्टरों-अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर राशन वितरण (Ration distribution) में कोई गड़बड़ की तो जो गड़बड़ी करने वाले होंगे वो तो सलाखों के पीछे जायेंगे लेकिन अधिकारियों को भी नही छोड़ा जाएगा। वही कमलनाथ के बयान पर चुटकी लेते हुए कहा की कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ (Kamalnath) ने दावा किया है कि 35 दिन बाद विधानसभा अध्यक्ष कांग्रेस का होगा, लेकिन दिल को बहलाने के लिए ख्याल अच्छा है ग़ालिब।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज गरीब बहनों भाइयों के लिए जो वास्तव में गरीब थे मगर पात्रता पर्ची नहीं होने के कारण उन्हें राशन नही मिल पा रहा है था उनके लिए आज आनंद और प्रसन्नता का दिन है। ऐसे गरीब लोग बार-बार आवेदन देकर अवगत कराते थे उनके पास पर्ची नहीं है जिनका हमने पूरे प्रदेश में सर्वे करवाया जिसके बाद करीब 37 लाख परिवार पात्रता पर्ची से वंचित पाए गए इसके बाद हमने योजना बनाई और सभी लोगों को पात्रता पर्ची जारी की। उन्होंने कहा कि आज का कार्यक़म पूरे प्रदेश में मनाया जा रहा है। आज का दिन मेरी जिंदगी के खुशी का दिन है मेरा आज एक संकल्प पूरा हों रहा है। मुझे यह बताते हुए खुशी है की हमने 37 लाख ऐसे परिवार ढूंढ के निकाले है जिन्हें आज से राशन मिलना शुरू हो जाएगा। मैं जब तीसरी बार सीएम बना था तब संकल्प लिया था एक रुपये में गेहूं, दाल और नमक दिया जाएगा।


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Pooja Khodani

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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)