भोपाल।
मध्यप्रदेश में एक और कोरोना वायरस का संदिग्ध मिलने से हड़कंप मच गया है।ग्वालियर के जिला अस्पताल के ओपीडी में कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीज की पुष्टि हुई है।फिलहाल छात्र की पहचान गुप्त रखी गई है और ब्लड सैंपल जांच के लिए पुणे भेजा गया है। जांच के बाद ही वायरस की पुष्टी हो पाएगी।इसके पहले उज्जैन में दो सदिग्ध मिले थे, हालांकि उसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई थी।
दरअसल, छात्र ग्वालियर का रहने वाला है और एक हफ्ते पहले ही चीन से लौटा है।गुरुवार सुबह जिला अस्पताल के ओपीडी में कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीज की पुष्टि हुई है।फिलहाल डॉक्टरों ने उसे गहन निगरानी में रखा है और उसके ब्लड सैंपल जांच के लिए पुणे भेजा गया। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही अधिकारिक तौर पर पुष्टि हो पाएगी। फिलहाल डॉक्टरों ने मरीज की पहचान गुप्त रखी है।
इसके पहले उज्जैन में दो मां बेटे संदिग्ध अवस्था में मिले थे। हालांकि पुणे में जांच के बाद उनकी रिपोर्ट नेगेटीव आई थी। युवक चीन के वुहान शहर में मेडिकल की पढ़ाई कर रहा था और 13 जनवरी को वुहान से उज्जैन अपने घर लौटा था।उसे एवं उसकी मां को यहां 27 जनवरी को माधवनगर के स्वाइन फ्लू वार्ड में भर्ती कर उनके सैम्पल जांच के लिए पुणे की लैब में भेजे गए थे।जिसमें रिपोर्ट नेगेटिव आई थी और अब ग्वालियर के छात्र के ब्लड सैंपल नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) पुणे में भेजे गए है।
अब भी मप्र के कई लोग फंसे है चीन में
चीन के कई इलाकों में कोरोना वायरस जमकर कहर ढा रहा है। चीन में अब तक सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है। खरगोन के दो छात्र भी चीन में फंसे हुए है।दोनों छात्र वुहान में एक सप्ताह से कमरे में कैद हैं। दोनों चीन के शियान सिटी के हुबंई प्रोविंस में रहकर एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं। छात्रों ने वीडियो जारी कर प्रधानमंत्री मोदी से वापस भारत लाने की गुहार लगाई है।वही शाजापुर के आदित्यनगर निवासी डॉ. जीवन सुना चीन के ग्वांगझोउ शहर में रहते हैं और प्रायवेट अस्पताल में डॉक्टर हैं।वे जहां रहते हैं, वहां भी कु छ मरीज सामने आने की जानकारी है लेक न क्षेत्र में वायरस का ज्यादा असर नहीं है। वायरस की वजह से ही उनकी भारत यात्रा भी टल गई है और वे घर नहीं आ पा रहे हैं। भारतीय दूतावास के अधिकारी लगातार उनके संपर्क में हैं।