MP News : परीक्षार्थियों ने की शिक्षक पात्रता परीक्षा के रिजल्ट में संशोधन की मांग, दिया आयुक्त को आवेदन

Atul Saxena
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MP News : मध्य प्रदेश कर्मचारी मंडल द्वारा उच्च माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा 2023 का जो रिजल्ट घोषित किया गया है अब उसमें संशोधन की मांग उठ रही है। वजह ये है कि परीक्षा परिणाम पूर्णांक में जारी नहीं कर दशमलव के साथ जारी किया गया है जिससे बहुत से अभ्यर्थी अपात्र घोषित हो गए हैं, इसलिए अब सभी परीक्षार्थियों ने परीक्षा परिणाम में संशोधन की मांग की है।

MP News : परीक्षार्थियों ने की शिक्षक पात्रता परीक्षा के रिजल्ट में संशोधन की मांग, दिया आयुक्त को आवेदन

उच्च माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा में शामिल परीक्षार्थी आज सोमवार 8 मई को आज लोक शिक्षण संचालनालय  भोपाल पहुंचे और लोक शिक्षण आयुक्त को एक आवेदन सौंपा, जिसमें बताया गया कि हाल ही में मप्र कर्मचारी चयन मंडल भोपाल द्वारा जारी उच्च माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा परिणाम में आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को 74.50 से 74.99 अंक एवं अनारक्षित वर्ग में 89.50 से 89.99 अंक प्राप्त परीक्षार्थियों को अपात्र घोषित कर दिया गया है।

आवेदन में कहा गया कि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित शिक्षक पात्रता परीक्षा का परिणाम पूर्ण अंकों में ही जारी किया जाता है, सीटीईटी एवं मप्र सेट परीक्षा में दशमलव के कारण परीक्षार्थियों को अपात्र नहीं किया जाता है। इसलिए परीक्षा परिणाम में संशोधन किया जाये।

परीक्षार्थियों ने अनुरोध करते हुए कहा कि अरक्षित वर्ग के लिए फाइनल मार्क्स 74.50 से 74.99 को 75 अंक और अनारक्षित वर्ग के लिए फाइनल मार्क्स को 89.50 से 89.99 अंक को 90 माना जाये , जिससे वे क्वालीफाई हो सकें। परीक्षार्थियों ने कहा कि हम आयुक्त से तीसरी बार मिलकर परिणाम में संशोधन की मांग कर चुके है लेकिन अब तक आयुक्त महोदया द्वारा परीक्षार्थियों के हित में कोई भी निर्णय नहीं लिया गया है, यदि आयुक्त महोदया इस समस्या का समाधान समय रहते नहीं करती हैं तो यह चयन परीक्षा देने से वंचित हो जायेंगे जो उनके साथ अन्याय होगा।

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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