आप विधायक आतिशी का भोपाल कनेक्शन
आम आदमी की प्रवक्ता आतिशी अब विधायक बन गई….
आतिशी मार्लैना का भोपाल से गहरा ताल्लुक है…..
2004 की बात है जब हमारी आतिशी से मुलाकात हुई थी ।
बात 2004 की है दिल्ली से एक मित्र का call आया कि उसकी एक मित्र है आतिशी, वह भोपाल में रह रही है उससे मिलकर उसकी कुछ मदद कीजिए । मुझे बताया कि आतिशी विदेश से अपनी पढाई करके आई थी और भोपाल के किसी कालेज मे पढ़ाने के साथ साथ पता नही क्या भूत सवार हुआ कि स्वयं खेती (जीवन विद्या पर आधारित ) कर रही है, तुम जाकर मिलों ।
बात आई गई हो गई हमने मित्र की बात को ज्यादा तवज्जो नहीं दी । फिर अचानक आतिशी का मोबाइल पर call आया मिलने के संदर्भ मे चर्चा हुई कहां मिलेगी तो अपना पता बताते हुए कहा कि बैरसिया रोड पर ईंटखेडी गांव मे लालकोठी पूछ लीजिए कोई भी बता देगे ।
गर्मियों के दिन थे दूसरे दिन पत्नी और बेटी को कार से लेकर बैरसिया रोड की ओर रवाना हो गये ईंटखेडी गांव पहुंचकर एक छप्पर नुमा दुकान पर पता किया लालकोठी किस ओर है गांव वालों ने लालकोठी की तरफ जाने वाला रास्ता दिखाया तकरीबन तीन चार किलोमीटर चले दूर से ही लालकोठी दिखाई देने लगी। पगडंडी जैसे रास्तों से गुजरते हुए लाल कोठी तक पहुंचे वहां देखा तो थ्रेशर चल रही थी और आतिशी स्वयं उसमें गेहूं की बाले डालकर गेहूं भर रही थी चारों ओर भुसा उड रहा था देखकर बडा आश्चर्य हुआ , सोचा कि इतनी पढाई करने करने के बाद ही अगर यही करना था तो पढाई करने की जरुरत ही क्या थी ।
भूसा जमकर उड रहा था देखते ही आतिशी ने इशारे से लालकोठी के अंदर बैठने को कहा।
हम लोग तपती दोपहरी मे पत्थरों से बनी कोठी में बैठें आतिशी अपना काम छोडकर आई और हमने सबसे पहले जिज्ञासा भरे सारे सवाल शुरू कर दिये । आतिशी ने अपने बारे मे बताया कि उसके पिता दिल्ली के बडे अधिकारी है वह भोपाल कॉलेज में पढ़ाई का जॉब करने आई थी और फिर जीवन को कैसे जिया जाता है जीवन विद्या पर आधारित मार्ग पर चल पड़ी और इंसान ने जहां से शुरुआत की थी वही से उसने अपने जीवन की शुरुआत करने की योजना बनाते हुए इस कठिन मार्ग को चुना ।
आतिशी कुछ समय भोपाल में रही फिर अचानक बताया कि वह दिल्ली जा रही है।
आतिशी जब जब आप पार्टी के आंदोलन मे दिखती तो सभी पुरानी यादें ताजा हो जाती ।
आज वही ईंटखेडी की लालकोठी वाली आतिशी आज देश की राजधानी दिल्ली की विधायक चुनी गई । शुभकामनाएं आतिशी
(पवन देवलिया भोपाल)