भोपाल।
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में शुक्रवार को बड़ा हादसा होते होते रह गया ।यहां चलती ट्रेन को पकड़ने के प्रयास में एक युवती और दो युवक प्लेटफॉर्म पर जा गिरे ।गनिमत रही कि मौके पर आरपीएफ के आरक्षक और लोगों की उनपर नजर पड़ी और उन्होंने तत्काल दौड़कर तीनों को बचा लिया, जिससे वे ट्रेन की चपेट में आने से बच गए। वरना बड़ा हादसा हो सकता था।तीन जिंदगियां बचाने के लिए आला अधिकारियों ने आरक्षक की प्रशंसा की है। घटना से तीनों इस कदर सहम गए थे कि 20 मिनट तक तो कुछ बोल ही नहीं पाए।
दरअसल, घटना शुक्रवार सुबह 7.54 बजे भोपाल रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म-1 की है। कामायनी एक्सप्रेस (11072) सुबह 7.54 बजे प्लेटफार्म-1 पर आई थी, जो सुबह 8 बजे रवाना हो गई। इस बीच चलती ट्रेन में 26 वर्षीय युवती आर मिश्रा और उसके भाई समेत छह लोग वाराणसी से मुंबई जा रहे थे। कोच बी-2 में उनकी सीट थी। भोपाल स्टेशन पर आर मिश्रा और उसका भाई खाने-पीने का सामान लेने उतरे थे, वे वापस ट्रेन में जाते उससे पहले ट्रेन चल पड़ी थी। युवती भागकर ट्रेन में चढ़ने की कोशिश करने लगी। उसे बचाने युवती का भाई समेत दो लोग और आगे आए। ट्रेन रफ्तार में थी जिसके कारण उनका बैलेंस बिगड़ गया और वे तीनों एक-दूसरे पर जा गिरे। इसी दौरान वहां खड़े आरपीएफ के एक आरक्षक अंगद सिंह ठाकुर और लोगों ने दौड़कर भाई-बहन को पकड़ लिया। इसके कारण वे ट्रेन की चपेट में आने से बच गए। घटना में युवती व उसके भाई को कोई चोट नहीं आई है।
सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई घटना
तीन मिनट के अंदर हुआ घटनाक्रम सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया। ठाकुर ने पहले पुरुष को पकडकऱ खींचा, उसके बाद महिला और तीसरे पुरुष को ट्रेन की चपेट से बाहर निकाला है। इससे पहले भी एक आरक्षक ने एक यात्री की जान बचाई है।