केंद्र सरकार ने दी भोपाल गैस पीड़ितों को राहत, सरकार की इस योजना का मिलेगा लाभ, NHA ने दी मंजूरी, लगभग 18000 पीड़ित होंगे लाभान्वित

भोपाल गैस पीड़ितों को आयुष्मान योजना का लाभ मिलना एक ऐतिहासिक फैसला है। यह न सिर्फ आर्थिक मदद, बल्कि एक उम्मीद की किरण है। यह सरकार द्वारा उनके दर्द को समझने और उनकी पीड़ा को कम करने का एक प्रयास है। भले ही सालों बीत गए हों, लेकिन इस फैसले से लगता है कि पीड़ितों की पीड़ा और उनके न्याय की लड़ाई को आखिरकार सुना गया है।

Ayushman Yojna benifits to Bhopal gas tragedy victims:  1984 की वो दर्दनाक रात, जिसने भोपाल को जहरीली गैस के साये में डुबो दिया था, उसके पीड़ितों को आखिरकार राहत की एक किरण मिली है। नेशनल हेल्थ अथॉरिटी (NHA) की मंजूरी के बाद, भोपाल गैस पीड़ितों को भी अब आयुष्मान भारत योजना का लाभ लेने का अधिकार मिल गया है।

कितने पीड़ितों को मिलेगा लाभ

आयुष्मान योजना के तहत, गरीबी रेखा से ऊपर 18,000 से अधिक भोपाल गैस पीड़ितों को आयुष्मान कार्ड बनाकर दिए जाएंगे। इन कार्डों के माध्यम से उन्हें अस्पतालों में 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिल सकेगा। यह फैसला एक साल से लंबित था, लेकिन अब अंततः मंजूरी मिलने से हजारों लोगों को राहत की सांस मिली है।

भोपाल गैस त्रासदी: जख्म जो आज भी हरे हैं

दिसंबर 1984 में यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री से जहरीली गैस के रिसाव ने भोपाल शहर को अपनी चपेट में ले लिया था। इस हादसे में हजारों बेगुनाह लोग काल के गाल में समा गए । जबकि लाखों परिवार आज भी त्रासदी के जख्मों को झेल रहे हैं। कई पीड़ित आज भी गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं, जिनका इलाज उन्हें आर्थिक रूप से बर्बाद कर सकता है।

उम्मीद की किरण: आयुष्मान योजना और राहत की आस

आयुष्मान योजना के लाभ से अब इन पीड़ितों को भविष्य में आने वाली गंभीर बीमारियों के इलाज की चिंता कम हो जाएगी। उन्हें अब इलाज के लिए आर्थिक परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। यह सहायता न केवल उनके शारीरिक स्वास्थ्य, बल्कि मानसिक शांति के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम है।

अस्पताल और इलाज

आयुष्मान योजना के तहत इन पीड़ितों को देशभर के किसी भी चिन्हित सरकारी या निजी अस्पताल में मुफ्त इलाज मिल सकेगा। योजना कई गंभीर बीमारियों को कवर करती है, जैसे कोरोना, कैंसर, गुर्दा रोग, हृदय रोग, डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया, डायलिसिस, घुटना व कूल्हा प्रत्यारोपण, नि:संतानता, और मोतियाबिंद। इस योजना के अंतर्गत भर्ती, दवाएं, और डिस्चार्ज के बाद की जांचें भी निःशुल्क होंगी।


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आकांक्षा पांडेय

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