भोपाल।
केन्द्रीय शहरी कार्य मंत्रालय ने देशभर की स्मार्ट सिटी की रैकिंग लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में भोपाल ने दूसरा स्थान पाया है, वही नागपुर पहले स्थान पर रहा। वही दो बार स्वच्छ भारत अभियान सर्वे में पहला स्थान पाना वाला इंदौर शहर 11वां स्थान पर पहुंच गया है।जिसको लेकर अब इंदौर के स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट पर सवाल खड़े हो गए। यह रैंकिंग स्मार्ट सिटी योजना के कार्यों की प्रगति के आधार पर केंद्र सरकार की ओर से जारी की गई है।
दरअसल, स्मार्ट सिटी की रैकिंग में प्रदेश की राजधानी भोपाल में बहुत सुधार हुआ है। भोपाल ने देश में पहला स्थान पाया है।रैकिंग के अनुसार, महाराष्ट्र का नागपुर शहर पहले पादान पर है, जबकि पूर्वोत्तर का सिलवासा आखिरी स्थान पर। नागपुर को कुल 360.21 अंक मिले हैं, वहीं सिलवासा के खाते में शून्य अंक आया है। मध्य प्रदेश का भोपाल 329.32 अंक के साथ दूसरे स्थान पर है, जबकि झारखंड की राजधानी रांची 272.02 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर विराजमान है।वही इंदौर 11 वें स्थान पर पहुंच गया है।
रैकिंग में पिछड़ा इंदौर
शहरी विकास मंत्रालय ने स्मार्ट सिटी के लिए देशभर के शहरों की रैंकिग जारी कर दी है। जहां भोपाल में इसका सुधार हुआ है और पहला स्थान मिला है, वही इंदौर को 11वां स्थान मिलने पर इंदौर के स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट पर अब सवाल खड़े होने लगे है। सूत्रों के मुताबिक, इंदौर को तीन सौ साठ करोड़ का बजट आवंटित हो चुका है लेकिन महज दो करोड़ का काम स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत हुए हैं। वहीं एलआईजी और एचआईजी प्रोजेक्ट में देरी के चलते इंदौर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में पिछड़ता हुआ दिख रहा है।ऐसे में स्वच्छ भारत अभियान सर्वे में भी इंदौर की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रहे है।
इस आधार पर रैंकिंग
देश के 100 शहरों में स्मार्ट सिटी मिशन के तहत चल रही योजनाओं के क्रियान्वयन के आधार पर रैंकिंग की जाती है। इसमें जारी किए टेंडर, वर्क ऑर्डर और पूरे हुए विकास कार्यो के लिए अलग-अलग अंक दिए जाते हैं। जारी किए फंड के उपयोग के लिए भी अंक दिया जाता है। इन सारे अंकों को मिलाकर जिस शहर को जितने अंक मिलते हैं उसके आधार पर रैंकिंग निकाली जाती है।
देश के टॉप फाइव
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